आपको बता दें की जिले में 25 फीसदी हड़ताली शिक्षकों ने ही योगदान दिया है। शुक्रवार को विडियो कॉन्फ्रेसिंग में हुई समीक्षा में हड़ताल पर रहने और हड़ताल से वापस आने वाले शिक्षकों की संख्या सामने आई। प्रधान सचिव ने अब तक हड़ताल से वापस आकर स्कूल में योगदान देने वाले शिक्षकों की संख्या की समीक्षा की।
रिपोर्ट के अनुसार जिले में 12360 प्राइमरी और मिडिल स्कूल में कार्यरत शिक्षक हैं। इनमें 9217 शिक्षक अभी भी हड़ताल में बने हुए हैं। वहीं, हाईस्कूल में कुल 1163 शिक्षक कार्यरत हैं। इसमें 1081 शिक्षक अभी भी हड़ताल पर हैं। प्लस 2 हाईस्कूल में 526 शिक्षक कार्यरत हैं। इसमें 501 शिक्षक हड़ताल में अभी भी हैं।
प्रधान सचिव ने डीईओ और डीपीओ को निर्देश दिया कि सभी हड़ताली शिक्षकों को योगदान करने के लिए एक मौका दें। 17 मई को शिक्षकों के हड़ताल को तीन महीने पूरे हो जाएंगे। विभागीय नियम के अनुसार तीन महीने तक लगातार अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को बर्खास्त कर देना है। डीईओ को ऐसे शिक्षकों की बर्खास्तगी का निर्देश दिया गया।
डीपीओ स्थापना अब्दुसलाम अंसारी ने बताया कि प्रधान सचिव ने निर्देश दिया है कि जो शिक्षक अभी योगदान देते हैं, उनकी हड़ताल अवधि को सेवा में टूट नहीं माना जाएगा। इसके अलावा अगर किसी शिक्षक को योगदान देने में शिक्षक नेता बाधा पहुंचाते हैं तो उन्हें चिह्नित कर बर्खास्त करने की कार्रवाई की जाएगी।
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