बिहार : जिन नियोजित शिक्षकों की मौत हुई, उनके आश्रितों को मिलेगी 4-4 लाख की आर्थिक मदद


बिहार के जिन नियोजित शिक्षकों की मौत हड़ताल अवधि में हुई है उनके आश्रितों को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक मदद मिलेगी। शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने मीडिया को यह जानकारी दी।

बिहार के जिन नियोजित शिक्षकों की मौत हड़ताल अवधि में विभिन्न रोगों या अन्य कारणों से हुई है, उनके आश्रितों को 4-4 लाख रूपये की आर्थिक मदद मिलेगी। अभी तक हड़ताल अवधि में 42 शिक्षकों की मृत्यु की सूचना है। यह जानकारी शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा ने शनिवार को मीडिया को दी।

उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आदेश से यह पहले से प्रावधान किया हुआ है कि राज्य में किसी नियोजित शिक्षक की मृत्यु सेवा में रहते हुए होती है तो उनके आश्रित को 4 लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। हालांकि कई शिक्षक संगठनों की ओर से हड़ताल अवधि में जिन शिक्षकों की मृत्यु हुई थी, उन सब के आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाने के लिए राष्टृपति को ज्ञापन भी दिया गया था। 

गौरतलब है कि बिहार में नियोजित शिक्षकों ने अपनी विभिन्‍न मांगों को लेकर बिहार में कार्यरत लगभग लगभग तीन लाख नियोजित शिक्षकों ने हड़ताल कर दी थी। वे शिक्षक लगातार हड़ताल पर थे। काेरोना संकट और लॉकडाउन के पहले हड़ताली शिक्षकों का आंदोलन लगातार हो रहा था। अफसरों से लेकर विधायकों व मंत्रियों तक का घेराव किया गया। परीक्षा व मूल्‍यांकन कार्यों का बहिष्‍कार किया गया। हालांकि, बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट परीक्षा का रिजल्‍ट समय से पहले ही निकाल दिया था। हालांकि, कोरोना संकट के कारण इंटर के तीनों संकाय का रिजल्‍ट प्रेस रिलीज के माध्‍यम से निकाला गया। वहीं, रिजल्‍ट को बिहार बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया था। हालांकि मैट्रिक का रिजल्‍ट अभी भी पेंडिंग है। बताया जाता है कि मूल्‍यांकन कार्य पूरा नहीं हो पाया है।


बहरहाल, शिक्षक लगातार अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। इसी बीच, विभिन्‍न शिक्षक संगठनों ने हड़ताल की अवधि में लगभग 42 नियोजित शिक्षकों की विभिन्‍न कारणों से निधन होने की बात कही थी और उनके आश्रितों को सहायता देने की मांग सरकार से की थी। बताया जाता है कि इसे लेकर राष्‍ट्रपति को ज्ञापन भी दिया गया था। और अब, बिहार के शिक्षा मंत्री कृष्‍णनंदन वर्मा ने साफ कर दिया कि  हड़ताल की अवधि में जिन नियोजित शिक्षकों की मौत विभिन्न रोगों या अन्य कारणों से हुई है, उनके आश्रितों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक मदद मिलेगी।

Post a Comment

0 Comments