'जब तुम नैपी में थे तो मैंने खेला था पहला टेस्ट मैच', पार्थिव ने किया स्लेजिंग का पुराना किस्सा याद

Parthiv Patel


नई दिल्ली। भारतीय टीम के लिये महज 17 साल की उम्र में मैदान पर डेब्यू करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने हाल ही में एक यूट्यूब चैनल के चैट शो में बात की, जहां उन्होंने ऑस्टिन वॉ के साथ हुए अपने विवाद को याद किया और बताया कि आखिरकार क्या हुआ था जो उन्हें यह कहना पड़ा। पार्थिव पटेल ने एक यूट्यूब शो काउ कॉर्नर क्रॉनिकल्स में शामिल होते हुए 2019 में सिडनी टेस्ट के दौरान हुए इस मजेदार किस्से का खुलासा किया और बताया कि स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन वॉ के साथ ऐसा क्या हुआ था जो उन्हें इस तरह ने कहना पड़ा।

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उल्लेखनीय है कि पार्थिव पटेल ने साल 2018-19 में भारत के ऐतिहासिक ऑस्ट्रेलियाई दौरे के लिये टीम में वापसी की थी, हालांकि इस सीरीज के दौरान उन्हें एक भी मैच खेलने का अवसर नहीं मिल सका लेकिन बावजूद इसके वह ऑस्ट्रेलिया से मजेदार यादें लाने में कामयाब रहे। पार्थिव ने इस घटना पर बात करते हुए कहा कि उन्होंने ऑस्टिन वॉ से वही कहा जो 15 साल उनके पिता स्टीव वॉ ने उनसे कहा था।

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पार्थिव ने बताया कैसे किया ऑस्टिन वॉ को स्लेज

पार्थिव पटेल ने ऑस्ट्रेलियाई दौरे को याद करते हुए बताया कि वह पिछले साल सिडनी में हुए टेस्ट मैच के दौरान पूर्व दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी स्टीव वॉ के बेटे ऑस्टिन वॉ से मिले थे, जहां पर ऑस्टिन 4 में से एक सबस्टिट्यूट खिलाड़ी की तरह खेल रहे थे। इस दौरान ऑस्टिन वॉ ने पार्थिव पटेल को स्लेज करने की कोशिश की जिसके जवाब में भारतीय बल्लेबाज ने ऐसा जवाब दिया कि वह चुप हो गये।

उन्होंने कहा,'2003-04 के दौरान जब मैं पहली बार ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर था तो स्टीव वॉ अपना आखिरी टेस्ट मैच सिडनी में खेल रहे थे, उस वक्त मैंने स्लेज करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने मुझे कहा कि कुछ सम्मान दिखाओ, जब तुम नैपी में थे तब मैंने अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। मैंने यही जवाब ऑस्टिन को पिछले साल सिडनी के उसी मैदान पर दिया।'

15 साल बाद मिला स्लेज करने का मौका

पार्थिव पटेल ने स्लेजिंग के इस किस्से को याद करते हुए बताया कि जब स्टीव वॉ ने उनसे यह बात कही थी तब वह चुप हो गये थे और कोई जवाब नहीं दे पाये थे, हालांकि 15 साल बाद उन्हें उनके बेटे के रूप में उसी मैदान पर जवाब देने का मौका मिल ही गया।

उन्होंने कहा,' 15 साल पहले जब स्टीव ने मुझे यह बात कही थी तब मैं इसका जवाब नहीं दे पाया था, लेकिन ऑस्टिन को मैंने इसका जवाब दे दिया। हालांकि यह बात कहने से पहले मैंने ऑस्टिन को कहा कि अपने पिता को मेरा सम्मान देना।'

पार्थिव ने बताये करियर के सबसे यादगार पल

भारतीय टीम ने पहली बार साल 2018-19 में ऑस्ट्रेलियाई टीम को उसके घर में मात दी और ऐतिहासिक जीत दर्ज की, जिसको याद करते हुए पार्थिव ने अपने करियर के यादगार पलों को याद किया। वह इससे पहले 2017-18 में दक्षिण अफ्रीका में खेले गये जोहान्सबर्ग टेस्ट के प्लेइंग इलेव का भी हिस्सा थे।

उन्होंने कहा,'2003-04 में हम जीत के बहुत करीब पहुंचकर हार गए थे, लेकिन पिछले साल भारत की ऐतिहासिक जीत का हिस्सा होना अद्भुत था। ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतना बहुत बड़ी बात है। जोहान्सबर्ग की विकेट पर खेलना बहुत कठिन होता है। लेकिन हेडिंग्ले (2002), एडीलेड (2003-04) या जोहान्सबर्ग (2017-18) और ऑस्ट्रेलिया (2018-19) मेरे करियर के ऐसे पल हैं, जिन पर मैं गर्व कर सकता हूं।'

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