फकीर के स्वर में वजीर के स्वर मिलने से मुझे खुशी: बाबा रामदेव
'निकट भविष्य में भारत आर्थिक और आध्यात्मिक शक्ति बनेगा'
योग गुरु बाबा रामदेव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से किए गए 20 लाख करोड़ रुपये के पैकेज की तारीफ की है. इसके साथ ही उन्होंने पीएम मोदी के आत्मनिर्भर अभियान को भी सराहा है. दरअसल, मंगलवार को देश को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने लोगों से लोकल प्रोडक्ट खरीदने और उनका प्रचार करने की अपील की थी. बाबा रामदेव ने पीएम के इस पहल पर कहा कि फकीर के स्वर में वजीर के स्वर मिलने से मुझे खुशी है. ये देश आत्मनिर्भर बनेगा.
आजतक से खास बातचीत में बाबा रामदेव ने कहा कि इस स्वदेशी के मंत्र को लेकर हम आगे बढ़े थे. फकीर के स्वर में वजीर के स्वर मिलने से मुझे खुशी है. ये देश आत्मनिर्भर बनेगा. हम अमित शाह, पीएम मोदी का अभिनंदन करते हैं. संकट की इस घड़ी में देश को नए शिखर पर ले जाने के लिए उन्होंने एक चुनौतीपूर्ण संकल्प लिया है. और मुझे लगता है हम इसमें कामयाब होंगे. योग गुरु ने कहा कि निकट भविष्य में भारत आर्थिक और आध्यात्मिक शक्ति बनेगा.
वहीं, वित्त मंत्री की ओर से आज 20 लाख करोड़ के पैकेज की विस्तार से जानकारी दी गई है. 20 लाख करोड़ में से 3 लाख करोड़ छोटे उद्योगों के लिए हैं. बाबा रामदेव से जब सवाल किया गया कि आज के ऐलान से स्वदेशी को कैसे बूस्ट मिलेगा. इस पर बाबा रामदेव ने कहा कि ये सबको पता है कि ईस्ट इंडिया कंपनी से लेकर आज चाहे वो कोका कोला, पेप्सी हो, इन्होंने देश का एक हजार करोड़ रूपये लूटा है. ये हमारे पैसे लेकर गए हैं. और आज भी करीब 50 से 100 लाख करोड़ के आर्थिक व्यवस्था पर इन विदेशी कंपनियों पर एकाधिकार है.
उन्होंने कहा कि अमेरिका, यूके, जर्मनी जैसे देश अपने बूते आगे बढ़े हैं. इन देशों ने पूरी दुनिया में कामयाबी के कीर्तिमान बनाए. तो भारत लोकल से ग्लोबल क्यों नहीं हो सकता. हम इस संकल्प में कामयाब जरूर होंगे. इसके लिए हमें चाहे जितनी भी मेहनत करनी पड़े. और मैं अपने हिस्से की जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार हूं. मैं इसमें एक लाख करोड़ का योगदान करने के लिए तैयार हूं. अब तो सरकार ने भी मदद के लिए हाथ आगे बढ़ा दिए हैं.
योग गुरु बाबा रामदेव ने कहा कि बाहर जो हम इंपोर्ट में पैसा दे रहे हैं उसको बंद कर हम एक्सपोर्ट करने की कंडीशन में आ जाएंगे. हालांकि उन्होंने ये भी कहा कि देश को अभी बहुत सारे सेक्टर में काम करना है.
सवाल- आप और पीएम मोदी में एक विरोधाभास नजर आता है
आप अपने आपको फकीर कहते हैं और मोदी वजीर. आप दोनों में एक विरोधाभास नजर आता है. पीएम ने जब अपनी आत्मनिर्भरता अभियान की बात की तो उन्होंने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपने आपको तमाम देशों का जो योगदान है उसको महत्वपूर्ण समझते हैं. उन्होंने ऐसा नहीं कहा कि जो विदेशी निवेश हुए हैं उसको नकार देना है. उन्होंने कहा कि आत्मनिर्भरता का अभियान ऐसे छेड़ना है कि हम अपना झंडा गाड़ दें. लेकिन आप कहते हैं कि उनका बहिष्कार कर दो.
इस सवाल पर बाबा रामदेव ने कहा कि आज चीन हमसे 50 गुना ज्यादा एक्सपोर्ट करता है. मैं एफडीआई का समर्थक व्यक्ति नहीं हूं. आज से 25 से 30 साल पहले मैंने जब यात्रा शुरू की थी तब हमारे पास 500 रुपये भी नहीं थे. लेकिन हमने फूड पार्क बनाया. आज वो दुनिया का सबसे बड़ा फूड पार्क है. हमने जब 50 हजार करोड़ का कर्ज लिया था भारत माता के प्रति अपने फर्ज को निभाने के लिए तब हमने बड़ी चुनौती झेली थी, लेकिन ये बात सच है कि कि मैं एफडीआई का विरोधी हूं.
बाबा रामदेव ने कहा कि पीएम अगर 10 से 20 करोड़ लोगों को काम दे देते हैं तो बहुत बड़ा मुनाफा बाहर भी चला जाएगा तो मैं उसकी परवाह नहीं करता. आज सारी दुनिया का चीन से मोहभंग हो रहा तो आखिर सारी दुनिया भारत में आकर निवेश करे.
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