कभी जुए में नहीं हारे शकुनी मामा, जिसका रहस्य था मरे हुए पिता की उंगलियां 

हिन्दू धर्म महाभारत का जिक्र हमेशा घर में बड़े बुजुर्ग करते है , जब भी महाभारत का जिक्र होता है उनमें एक दुर्योधन के मामा और गांधारी के भाई शकुनी का नाम जरूर आता है, शकुनी के बारे में कहा जाता है कि दुर्योधन के मन में पांडवों के प्रति नफरत का बीज उन्होंने ही बोया था,और दूसरा जुए का खेल जो शकुनी मामा ने खेला था , आपको बता दे कौरव और पांडव महाभारत के महायुद्ध का एक मात्र वजह शकुनी मम ही रहे है।

शकुनी नहीं चाहता था कि उसकी बहन गांधारी का विवाह धृतराष्ट्र से हो, भीष्म पितामह के दबाव में गांधारी को धृतराष्ट्र से विवाह करना पड़ा इसलिए वो बदले की भावना से हस्तिनापुर आकर रहने लगा और षड्यंत्र रचने लगा।

अब सवाल ये है कि शकुनी कभी जुए में हरे क्यों नहीं इसका वजह थे उनके पिता, कहा जाता है पिता ने मरने से पहले शकुनी से कहा था कि मरने के बाद मेरे उंगलियों से पासे बना लेना, इनमें मेरा आक्रोश भरा होगा जिससे चौसर के खेल में तुम्हें कोई हरा नहीं पाएगा, इसी के चलते शकुनी हर बार चौसर के खेल में जीत जाते थे।

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