छात्रों को भेजने का खर्च मांगना राजस्थान सरकार की कंगाली व अमानवीयता : मायावती



राजस्थान सरकार द्वारा कोटा से युवक व युवतियों को यूपी भेजे जाने पर हुए खर्च को यूपी सरकार से मांगे जाने पर बसपा सुप्रीमों मायावती ने घिनौनी राजनीति करार दिया है। इसके साथ ही कहा है कि इससे राजस्थान सरकार की कंगाली और अमानवनीयता को प्रदर्शित करता है। 


उन्होंने सवाल किया है कि यूपी के छात्रों से किराया वसूली और मजदूरों को यूपी भेजने के लिए बसों की बात करके राजनीतिक खेल कांग्रेस कर रही है, वह कितना उचित और मानवीय है।


बसपा प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को पूर्वांह्न तीन ट्वीट किये। पहले ट्वीट में लिखा 'राजस्थान की कांग्रेसी सरकार द्वारा कोटा से करीब 12 हजार युवा-युवतियों को वापस उनके घर भेजने पर हुए खर्च के रूप में यूपी सरकार से 36.36 लाख रुपए और देने की जो माँग की है वह उसकी कंगाली व अमानवीयता को प्रदर्शित करता है। दो पड़ोसी राज्यों के बीच ऐसी घिनौनी राजनीति अति-दुखद है।”


दूसरे ट्वीट में लिखा 'लेकिन कांग्रेसी राजस्थान सरकार एक तरफ कोटा से यूपी के छात्रों को अपनी कुछ बसों से वापस भेजने के लिए मनमाना किराया वसूल रही है तो दूसरी तरफ अब प्रवासी मजदूरों को यूपी में उनके घर भेजने के लिए बसों की बात करके जो राजनीतिक खेल कर रही हैं यह कितना उचित व कितना मानवीय?”


बसपा सुप्रीमो ने तीसरे ट्वीट 'अम्फान तूफान के बारे में किया और बंगाल सरकार की मदद करने की मांग की। उन्होंने लिखा 'साथ ही, 'अम्फान’ तूफान के ताण्डव से खासकर पश्चिम बंगाल में जो व्यापक तबाही व बर्बादी हुई है वह अति-दुःखद। जनजीवन बुरी तरह से प्रभावित है। ऐसे में खासकर केन्द्र सरकार को आगे बढ़कर हर प्रकार से राज्य को वहां के हालात सामान्य बनाने में मदद करनी चाहिए।'


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