कानपुर. चोर चोरी से जाए मगर हेरा फेरी से नहीं. यह कहावत चोरों के लिए बिल्कुल सटीक बैठती है, जिसकी बानगी कानपुर के पुलिस लाइन में देखने को मिली है. यहां पर तैनात सिपाही अरुण कुमार यादवदिन में पुलिस की ड्यूटी करता था और रात होती ही थाने में खड़ी गाड़ियों की बैट्रियां निकालकर दुकानदारों को बेचता था. अब तक वह 100 से ज्यादा कारों की बैटरी चोरी कर के बेंच चुका है.
दरअसल, फजलगंज थाना परिसर में खड़ी लग्जरी गाड़ी की मंगलवार देर रात बैट्री निकालते हुए थाने के मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे दबोच लिया और अधिकारियों को सूचना दी. इसके बाद मौके पर पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे और आरोपी से पूछताछ की गई. पहले तो उसने आनाकानी किया मगर बाद में उसने बैट्री चोरी करने की बात कबूल ली. मौके पर पहुंची एसपी पश्चिम अपर्णा गुप्ता बताया कि मैंने जब कड़ाई से पूछताछ की तो सिपाही ने 100 से ज्यादा कारों की बैट्री चोरी करने की बात को कबूला. साथ ही अरुण कुमार यादव ने उन दुकानदारों के नाम पते भी बता दिए जिनको वह पिछले काफी समय से चोरी की बैट्री बेच रहा था.
मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया है
इटावा निवासी सिपाही और कानपुर पुलिस लाइन में तैनात अरुण कुमार यादव को थाने में खड़े वाहनों से बैट्री चोरी करने के आरोप में एसएसपी अनंत देव तिवारी ने निलंबित कर दिया है. साथ ही मुकदमा भी दर्ज कर दिया गया है. एसपी दक्षिण अपर्णा गुप्ता ने बताया कि अरुण यादव पुलिस लाइन में तैनात था और पिछले काफी समय से लग्जरी गाड़ियों की बेट्रियों की चोरी कर रहा था और दुकानदारों को भेज देता था. मंगलवार की रात लगभग 2:00 बजे बैट्री चुराते हुए फजलगंज थाना परिसर में वह रंगे हाथों पकड़ा गया. उसकी सफारी कार से चार बैट्रियां बरामद हुई हैं.
चोरी का माल बेचता था
एसपी ने बताया कि शक्ति से पूछने पर पता चला कि वह एक बैट्री कारोबारी को चोरी का माल बेचता था. जांच में पता चला कि सिपाही पूर्व में चकेरी थाने में तैनात था. यहां पर भी करीब 100 बैट्रियां चोरी होने का मामला सामने आया था. अप पुलिस उन दुकानदारों की भी तलाश कर रही है जिन्हें उसने ये बैट्रियां बेची थी. पुलिस इस बात का भी पता लगा रही है कि आरोपी सिपाही अरुण यादव के चोरी के इस धंधे में और कौन-कौन व्यक्ति शामिल है.
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