सुंदर पिचाई बोले- याद है वो दिन, नहीं था कंप्यूटर, टिकट में लगा था पिताजी का पूरा वेतन


गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई अपने पुराने दिनों को अक्सर याद करते रहते हैं. आज वो जिस शिखर पर हैं, उससे हर भारतीय गर्व महसूस करता है. दरअसल, सुंदर पिचाई का बचपन अभावों में बीता है और उसे वो कभी नहीं भूलते. अक्सर वो बड़े-बड़े कार्यक्रमों में अपने बीते दिनों का उदारहण देते हैं.



दुनिया की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार गूगल और उसकी पैरेंट कंपनी अल्फाबेट की कमान अब एक भारतीय मूल के नागरिक के हाथ में है, जो बड़ी उपलब्धि है. सुंदर पिचाई की यह उपलब्धि हर एक युवा को कामयाबी की राह दिखाती है.



खुद सुंदर पिचाई सलाह देते हैं कि कोई भी लक्ष्य बड़ा नहीं होता है, लक्ष्य को पाने के लिए केवल सकारात्मक सोच की जरूरत होती है. दरअसल, कोरोना संकट के बीच सुंदर पिचाई ने एक कार्यक्रम के जरिये दुनियाभर के छात्रों को वर्चुअली को संबोधित किया.



सुंदर पिचाई अपने संदेश में छात्रों से कहा कि मुश्किलें आती हैं, लेकिन ऐसे वक्त में सकारात्मक रहने की जरूरत है. इसके लिए उन्होंने अपना बीता हुआ कल का जिक्र किया. उन्होंने छात्रों को आशावादी बनने, खुले विचार रखने और उत्सुक रहने की सलाह दी है.


इस कार्यक्रम में अपने बारे में बताते हुए सुंदर पिचाई ने कहा कि जब वो भारत से अमेरिका पहली बार आ रहे थे, तो उनके परिवार के सामने कई तरह की चुनौतियां थीं. सुंदर पिचाई ने कहा, 'मैं जब पहली बार पढ़ाई के लिए भारत से अमेरिका के स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी आ रहे थे, तो विमान किराए में पिताजी के एक महीने का पूरा वेतन लग गया था.' ये मेरा प्लेन में पहला सफर था.



इसके अलावा उन्होंने बताया कि अमेरिका महंगी जगह थी. घर फोन करने पर प्रति मिनट के लिए 2 डॉलर खर्च करना पड़ता था. सुंदर पिचाई ने कहा कि पढ़ाई के लिए अमेरिका आने तक मेरे पास अपना कंप्यूटर भी नहीं था. जब हमारे घर में पहली बार टेलीविजन खरीदा गया तो उसमें केवल एक चैनल आता था. 


उन्होंने अपने उस दौर की तुलना इस दौर से करते हुए कहा कि आज की तारीख में बच्चों के पास हर तरह और हर साइज के कंप्यूटर हैं. लेकिन मेरे पास ऐसी सुविधाएं नहीं थीं. 10 साल की उम्र तक तो मेरे पास टेलीफोन नहीं था.



उन्होंने कहा कि इच्छाशक्ति होनी चाहिए, और संकट में जो नहीं घबराए, उसे कामयाबी जरूरी मिलती है. सुंदर पिचाई जिस कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, उसमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, उनकी पत्नी मिशेल ओबामा और लेडी गागा जैसी कई बड़ी हस्तियां शामिल थीं.



गौरतलब है कि सुंदर पिचाई का जन्म 10 जून 1972 को तमिलनाडु के मदुरै में हुआ था. इनकी शुरुआती पढ़ाई चेन्नई से हुई थी. इसके बाद पिचाई ने IIT खड़गपुर से इंजीनियरिंग की थी. आगे की पढ़ाई करने के लिए पिचाई स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी और फिर पेन्सिल्वेनिया यूनिवर्सिटी चले गए थे. बाद में 2004 में पिचाई ने गूगल कंपनी ज्वाइन किया था. 

Post a Comment

0 Comments