भारत आ रहा है राफेल
चीन के साथ तनाव के बीच भारत की बढ़ी ताकत
आज अंबाला एयरबेस पहुंचेंगे 5 राफेल विमान
फ्रांस से उड़ान भरकर UAE में रुके थे विमान
भारतीय वायुसेना की ताकत आज कई गुना बढ़ने वाली है. काफी लंबे वक्त से जिस लड़ाकू विमान का इंतजार था, वो राफेल विमान आज भारत पहुंच रहा है. भारत और फ्रांस के बीच हुए सौदे के तहत राफेल लड़ाकू विमान की पहली खेप आज भारत के अंबाला में पहुंचेगी. पहली खेप में कुल पांच लड़ाकू विमान होंगे, जिन्हें रिसीव करने के लिए खुद वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया मौजूद रहेंगे.
राफेल विमान को वायुसेना की गोल्डन ऐरो 17 स्क्वाड्रन में शामिल किया जाएगा. इसने कारगिल युद्ध में अहम भूमिका निभाई थी और भारत की सबसे पुरानी स्क्वाड्रन में से एक है. चीन के साथ जारी तनाव के बीच भारत को आज ताकतवर लड़ाकू विमान मिल रहे हैं, जिनकी तैनाती उत्तर भारत के बेस पर ही की जा रही है ताकि मुश्किल वक्त के दौरान दुश्मन को मज़ा चखाया जा सके.
अभी कहां पर हैं राफेल विमान, कब तक भारत पहुचेंगे?
मंगलवार को राफेल विमानों ने फ्रांस से उड़ान भरी थी, जिसके बाद एक बार हवा में ही उनकी फ्यूलिंग हुई. जिसके बाद पांचों लड़ाकू विमान UAE के अल दाफरा बेस पर रुके. बुधवार सुबह सभी विमान यहां से उड़ान भरेंगे, जिसके बाद दोपहर दो बजे तक वो भारत के अंबाला पहुंच सकते हैं.
अंबाला में किस तरह की तैयारियां हैं?
करीब डेढ़ दशक के बाद भारतीय वायुसेना में इतनी अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस किसी लड़ाकू विमान की एंट्री हो रही है. और वो भी राफेल जो कि पिछले दो से तीन सालों से देश में राजनीतिक मुद्दा भी बना रहा है. ऐसे में अब जब अंबाला एयरबेस पर इसकी लैंडिंग होनी है, तो सुरक्षा व्यवस्था को कड़ा किया गया है. बेस के आसपास धारा 144 लगा दी गई है, साथ ही आधिकारिक फोटोग्राफी के अलावा किसी तरह की फोटोग्राफी पर रोक है.
हालांकि, सिर्फ अंबाला ही नहीं बल्कि राजस्थान के जोधपुर में भी तैयारियां की जा रही हैं. जिसे बैकअप के तौर पर तैयार किया जा गया है. उत्तर भारत में आज तेज बारिश का अलर्ट है, ऐसे में अगर मौसम की कुछ परेशानी होती है तो राफेल को जोधपुर में उतारा जा सकता है.
राफेल के भारत में आने के बाद क्या होगा?
आज दोपहर को राफेल विमान भारत पहुंचेंगे, जिसके बाद वायुसेना प्रमुख की उपस्थिति में उन्हें रिसीव किया जाएगा. हालांकि, ये वायुसेना में फाइनल इंडक्शन नहीं होगा, क्योंकि वो प्रक्रिया अगस्त के आखिर में की जाएगी. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी बतौर मेहमान उपस्थित रह सकते हैं.
0 Comments