Teacher's Day: जब विराट कोहली के इस कदम से कोच की आंखों में आ गए थे आंसू







नई दिल्ली: किसी भी इंसान की जिंदगी में सबसे बड़ी अहमियत उसके गुरु की होती है. सपना कोई भी देख सकता है, लेकिन उस सपने को सच बनाने के लिए किस राह पर चलना है, ये बात केवल एक गुरु ही बता सकता है. गुरु की अहमियत कितनी होती है, इसका अंदाजा क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) की जिंदगी से लगाई जा सकती है, जो ताउम्र अपने कोच रमाकांत अचरेकर (Ramakant Achrekar) और अपने बड़े भाई अजीत तेंदुलकर को ही गुरु की जगह रखकर अपनी सारी सफलता का श्रेय देते रहे.

ऐसी ही अहमियत भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) भी अपने कोच राजकुमार शर्मा (Rajkumar Sharma) को देते हैं. तभी तो उन्होंने एक बार शिक्षक दिवस के मौके पर ऐसा काम किया था कि उनके कोच की आंखों में आंसू आ गए थे. हालांकि ये आंसू दुख के नहीं बल्कि इस बात की खुशी के थे कि उनका शिष्य बड़ा क्रिकेटर बनने के बाद भी अपने गुरु को नहीं भूला है.

साल 2014 के शिक्षक दिवस की है बात
दरअसल विराट कोहली 2014 के शिक्षक दिवस पर देश से बाहर टीम इंडिया की सेवा में थे. तभी उन्हें महसूस हुआ कि शिक्षक दिवस पर अपने गुरु का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने तत्काल अपने भाई विकास को ये जिम्मेदारी सौंप दी और विकास जा पहुंचे बेहद सुबह कोच राजकुमार शर्मा के घर. विराट कोहली के बचपन पर लिखी गई एक वरिष्ठ खेल पत्रकार की किताब में इस घटना का जिक्र किया गया है.

कोच हो गए थे चिंतित, असली बात जानी तो हुए इमोशनल
किताब में कोच राजकुमार शर्मा के हवाले से बताया गया था कि जब बेहद सुबह-सुबह विकास ने उनके दरवाजे की घंटी बजाई तो बाहर निकलते ही वे अचानक डर गए कि विकास इतनी सुबह क्यों आया है? विराट तो पूरी तरह ठीकठाक है ना? उन्होंने विकास से तत्काल आने का कारण पूछा तो उसने मोबाइल फोन हाथ में थमा दिया. राजकुमार कहने लगे कि फोन कान पर लगाते ही दूसरी तरफ से विराट ने उन्हें शिक्षक दिवस की बधाई दी. राजकुमार का कहना है कि इतना सुनते ही मैं इमोशनल हो गया और मेरी आंख नम हो गई. 

सरप्राइज तो अभी बाकी था कोच के लिए
राजकुमार के मुताबिक, विराट का सरप्राइज महज मुझे सुबह सुबह टीचर्स-डे विश करने तक ही सीमित नहीं था. मेरे कान से फोन हटाते ही विकास ने एक कार की चाभी मेरे हाथ पर रख दी और बाहर चलने के लिए कहा. बाहर एक नई चमचमाती स्कोडा कार खड़ी थी, जो विराट ने मुझे बर्थडे पर गिफ्ट देने के लिए खरीदी थी. इस तोहफे के बारे में राजकुमार ने कहा, बात सिर्फ यह नहीं थी कि विराट ने मुझे तोहफे में कार दी थी, बल्कि पूरी प्रोसेस में उसके जज्बात जुड़े थे. मुझे लगा कि हमारा रिश्ता कितना गहरा है और उसके जीवन में गुरु की कितनी अहमियत है.

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