नई दिल्ली. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2020) में रविवार (4 अक्टूबर) को चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और किंग्स इलेवन पंजाब (KXIP) के बीच मैच खेला गया है. इस मैच में फाफ डुप्लेसिस (Faf Du Plessis) और शेन वॉटसन (Shane Watson) के बीच हुई रिकॉर्ड साझेदारी के दम पर सीएसके ने पंजाब को 10 विकेट से मात दी. इसी के साथ सीएसके ने लगातार तीन हार के क्रम को तोड़ा. पंजाब की टीम की यह लगातार तीसरी और पांच मैचों में चौथी हार है. चेन्नई की टीम ने पांच मैचों में दूसरी जीत दर्ज की. इसी के साथ आईपीएल अंक तालिका में सीएसके छठे और पंजाब आठवें स्थान पर पहुंच गई है.
चेन्नई ने 179 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए डुप्लेसिस (नाबाद 87) और वॉटसन (नाबाद 83) के बीच पहले विकेट की 181 रन की अटूट साझेदारी की बदौलत 17.4 ओवर में बिना विकेट खोए 181 रन बनाकर जीत दर्ज की। आइए जानते हैं चेन्नई सुपर किंग्स की इस जीत के 5 बड़े कारण.
वॉटसन और डुप्लेसिस की रिकॉर्ड साझेदारी:
सीएसके के सलामी बल्लेबाजों शेन वॉटसन और फाफ डुप्लेसिस किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ फॉर्म में नजर आए. वॉटसन ने 53 गेंदों में 3 छक्के और 11 चौकों के साथ नाबाद 83 रन की पारी खेली. वहीं, डुप्लेसिस ने 53 गेंदों में 11 चौके और एक छक्के के साथ नाबाद 87 रनों की पारी खेली. दोनों खिलाड़ियों के बीच 181 रन की साझेदारी हुई. वॉटसन और डुप्लेसिस के बीच यह साझेदारी सुपरकिंग्स की ओर से किसी भी विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी है। इन दोनों ने माइकल हसी और मुरली विजय को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 2011 में 159 रन जोड़े थे। इन दोनों की साझेदारी के दम पर चेन्नई 10 विकेट से बड़ी जीत हासिल की.
शार्दुल ठाकुर ने चटकाए दो अहम विकेट:
चेन्नई सुपर किंग्स की ओर से शार्दुल ठाकुर सबसे सफल गेंदबाज रहे, जिन्होंने 39 रन देकर दो विकेट चटकाए। 152 के स्कोर पर पंजाब के सिर्फ दो विकेट गिरे थे. क्रीज पर केएल राहुल और निकोलस पूरन थे. दोनों शानदार खेल रहे थे. इन दोनों की फॉर्म को देखकर लग रहा था कि पंजाब का स्कोर 200 तक पहुंचेगा, लेकिन 18वां ओवर करने आए शार्दुल ठाकुर ने लगातार दो गेंदों में राहुल और पूरन की पवेलियन की राह दिखाई. पूरन शार्दुल की गेंद का बाहर मारने की कोशिश में बाउंड्री पर जडेजा के हाथों लपके गए. शार्दुल ने अगली गेंद पर राहुल को भी विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी के हाथों कैच कराके पंजाब की टीम को दोहरा झटका दिया. ये दो विकेट गिरते ही पंजाब की रन गति कम हो गई और टीम 179 का स्कोर ही बना पाई.
किंग्स इलेवन पंजाब की गेंदबाजी रही बेहद खराब:
किंग्स इलेवन पंजाब ने स्कोरबोर्ड पर 179 रन टांगे थे, यह कोई छोटा स्कोर नहीं था. लेकिन पंजाब की टीम की बेहद खराब गेंदबाजी की वजह से टीम को हार का मुंह देखना पड़ा. टीम की खराब गेंदबाजी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पंजाब, सीएसके का एक भी विकेट नहीं चटका पाई. डुप्लेसिस ने क्रिस जोर्डन के पारी के छठे ओवर में चार चौके मारे, जिससे चेन्नई ने पावर प्ले में 60 रन जोड़े जो मौजूद टूर्नामेंट में उसका अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. जोर्डन ने 3 ओवर में 42 रन दिए. वहीं, हरप्रीत बरार ने 41 रन दिए.
अंतिम 5 ओवर में किंग्स इलेवन पंजाब जोड़ पाई सिर्फ 48 रन
15 ओवर के खत्म होने तक पंजाब का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 130 रन था, लेकिन इसके बाद 5 ओवर में टीम केवल 48 रन ही जोड़ पाई. इसके साथ अंतिम 5 ओवर में टीम ने 2 विकेट भी गंवाए. डेथ ओवर की बॉलिंग में चेन्नई सुपर किंग्स का टूर्नामेंट में यह बेस्ट परफॉर्मेंस रहा है. डेथ ओवरों में कम रन बनाने का किंग्स इलेवन पंजाब को काफी नुकसान उठाना पड़ा, जिसकी वजह से टीम सीएसके के सामने और बढ़ा स्कोर नहीं रख पाई. पंजाब की टीम अंतिम तीन ओवर में 26 रन ही जोड़ सकी।
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