1.15 लाख करोड़ का रिकॉर्ड GST कलेक्शन, लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ के पार





भारतीय अर्थव्यवस्था अब पटरी पर नजर आ रही है। जीएसटी कलेक्शन लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा। वित्त मंत्रालय के जारी आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2020 में जीएसटी कलेक्शन 1,15,174 रुपये रहा। माल एवं सेवा कर (GST) संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में 1.05 लाख करोड़ रुपये रहा था। फरवरी के बाद पहली बार जीएसटी संग्रह का आंकड़ा अक्टूबर में एक लाख करोड़ रुपये के पार गया और  नवंबर में लगातार दूसरे महीने यह आंकड़ा एक लाख करोड़ के पार रहा। वहीं दिसंबर में भी यह आंकड़ा एक लाख करोड़ के पार रहा।

इस वित्त वर्ष में इतना रहा कलेक्शन

महीना

जीएसटी संग्रह करोड़ रुपये में

जनवरी 2020  110000
फरवरी 2020   105366
मार्च 2020        97,597
अप्रैल 2020      32,294
मई 2020          62,009
जून 2020         90,917
जुलाई 2020      87,422
अगस्त 2020      86,449
सितंबर 2020     95,480
अक्टूबर 2020    1,05,155
नवंबर 2020      1,04,963
दिसंबर 2020    1,15,174

 वित्त मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दिसंबर 2020 में सकल जीएसटी राजस्व 1,15,174 करोड़ रुपये रहा, और वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लागू होने के बाद किसी भी महीने के मुकाबले यह सबसे अधिक है।  बयान में कहा गया, ''यह पिछले 21 महीनों में सबसे अधिक मासिक राजस्व वृद्धि है। अभी तक अधिकतम जीएसटी संग्रह अप्रैल 2019 में 1,13,866 करोड़ रुपये रहा था। यह महामारी के बाद तेज आर्थिक सुधार और जीएसटी चोरी और फर्जी बिल के खिलाफ चलाए गए देशव्यापी अभियान, और व्यवस्थागत बदलावों के चलते संभव हुआ।  नवंबर से 31 दिसंबर तक कुल 87 लाख जीएसटीआर-3बी रिटर्न दाखिल किए गए। 

समीक्षाधीन महीने में आयातित वस्तुओं से राजस्व 27 प्रतिशत बढ़ा और घरेलू लेनदेन (आयात सेवाओं सहित) से राजस्व इससे पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले आठ प्रतिशत अधिक रहा।   जीएसटी राजस्व में सुधार के हालिया रुझानों के अनुरूप राजस्व संग्रह ने लगातार तीसरे महीने एक लाख करोड़ रुपये के आंकड़े को पार किया। दिसंबर 2020 में कुल राजस्व संग्रह दिसंबर 2019 के मुकाबले 12 प्रतिशत अधिक था।

दिसंबर में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 21,365 करोड़ रुपये, राज्य जीएसटी संग्रह 27,804 करोड़ रुपये, एकीकृत जीएसटी 57,426 करोड़ रुपये (वस्तुओं के आयात पर एकत्र 27,050 करोड़ रुपये सहित) और उपकर 8,550 करोड़ रुपये (आयात पर एकत्र 971 करोड़ रुपये सहित) रहा।

 

 

कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ था कलेक्शन

बीते वित्त वर्ष 2019-20 में 12 में से आठ महीनों में जीएसटी राजस्व एक लाख करोड़ रुपये से अधिक रहा था। हालांकि, चालू वित्त वर्ष में कोरोना वायरस महामारी की वजह से लगाए गए लॉकडाउन से जीएसटी राजस्व प्रभावित हुआ है। जीएसटी संग्रह आर्थिक गतिविधियों की स्थिति को दर्शाता है और यह कोरोना वायरस महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन के कारण अप्रैल में 32,172 करोड़ रुपये के रिकॉर्ड निचले स्तर पर चला गया था। हालांकि, लॉकडाउन में राहत के साथ इसमें भी सुधार हुआ। 

डेलॉइट इंडिया के वरिष्ठ निदेशक एम एस मणि ने कहा कि जीएसटी संग्रह में लगातार बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था की मजबूती को लेकर भरोसा बढ़ाएगी और इससे पता चलता है कि व्यावसायिक गतिविधियां पूरी तरह फिर से शुरू हो गई हैं और वस्तुओं तथा सेवाओं की मांग तेज बनी हुई है। सीआईआई के महानिदेशक चंद्रजीत बनर्जी ने कहा कि जीएसटी राजस्व में बढ़ोतरी से पता चलता है कि उद्योग सामान्य स्थिति में वापस आ रहा है।

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