बेवजह शंका करने से छिनती है खुशी, ध्यान रखें गीता की ये 5 बातें

Success Mantra : बेवजह शंका करने से छिनती है खुशी, ध्यान रखें गीता की ये 5 बातें


दशकों बाद एक बार फिर नेशनल टीवी दूरदर्शन पर धारावाहिक महाभारत का प्रसारण हो रहा है। प्रबुद्ध लोग महाभारत को राजनीति की सम्पूर्ण पाठशाला मानते हैं। यह वही मौका था जबकि दुनिया भगवान कृष्ण के मुख से गीता का ज्ञान प्राप्त हुआ। इस पौराणिक महाकाव्य में जीवन की हर संभव परिस्थितियों को दिखाया गया है जिसमें मनुष्य आगे बढ़ने या उचित या अनुचित विचारों व कर्मों और उनके परिणामों का उदाहरण देखकर काफी कुछ समझ सकता है। जीवन में सफलता पाने के लिए इस महानतम महाकाव्य के धारावाहिक से भी कुछ सीख ली जा सकती है। 

कहते हैं कि जीवन में सफलता पाने के लिए कुछ बातों को गांठ बांधकर अपने मन में बिठा लेना चाहिए जिससे कि आप हर मोड़ पर उन बातों को याद रखते हुए आगे बढ़ सकें। भागवत गीता में भी ऐसी बातें बताई गई हैं, जो आज के जमाने में भी सार्थक हैं। इन बातों को अपनाकर आप बेवजह आने वाली कई परेशानियों से बच सकते हैं।

मुश्किल से बचाने में मदद करेंगी गीता की ये 5 बातें-

1-गीता के उपदेश में बताया गया है कि जो व्यक्ति बिना वजह किसी पर संदेह करता है वह कभी खुश नहीं रह सकता। संदेह करने पर रिश्तों में कड़वाहट पैदा होती है। इसलिए बिना किसी स्पष्ठ कारण के किसी पर शक नहीं करना चाहिए।

2-गीता में बताया गया है कि वासना, गुस्सा़ और लालच- ये तीनों चीजें नरक (परेशानी/कष्ट) के द्वार हैं। अगर आपको सुखी रहना है, तो आपको इन तीनों चीजों से दूर रहना चाहिए।

3-गीता में कहा गया है कि जो भी जीव जन्मे लेता है उसकी मृत्यु भी निश्चित है। इसलिए जो चीज निश्वित है उसके लिए शोक या पछतावा किस बात का है।

4-गीता के सार में बताया गया है कि अगर कोई व्यक्ति बुद्धिमान है, तो उसे समाज की भलाई के लिए भी काम करना चाहिए। ऐसे व्यक्ति को बिना किसी स्वार्थ के समाज के लिए भी योगदान देना चाहिए।

5-गीता के उपदेशों में एक यह भी है कि जो व्यक्ति भगवान को याद करते हुए मृत्यु को प्राप्त होता है वह सीधा भगवान के धाम को प्राप्त  होता है।

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