आज के समय में अधिकांश लोग लड़के की चाह रखते हुये यही सोचते है के यह हमारे बुढ़ापे का सहारा बनेगा पर अब एक ऐसा वाक्या सुनने में आ रहा है जिसे सुनने के पश्चात कोई भी ऐसा नही चाहेगा कि हमारे लड़का ही हो। आपको बता दें कि एक ऐसी घटना मामने आई है जिसके अनुसार तीन बेटों ने अपनी 85 वर्षीय मां को ठुकरा दिया। फिर जो हुआ उसे सुन आप भी सोच में पड़ जायेगें।
मां बाप अपने बच्चों के लिये पूरा जीवन उनके पालन पोषण में लगा देते है पर वही बच्चे उन मां बाप को दो वक्त की रोटी तक देने से कतराते है। आज हम इसी से संबंधित एक घटना से अवगत कराने वाले है जो कि उत्तर प्रदेश के हापुड़ की है। वहां के झंडापुर गांव की रहने वाली जयपाली के पति की मौत हो चुकी है। 85 वर्षीय जयपाली के तीनों बेटे काफी अच्छा खासा कमाते हैं, सबसे बड़ा बेटा नौकरी करता है और छोटे भाई अपना स्वयं का बिजनेस करते हैं।
वसीयतनामे के अनुसार पिता की मृत्यु के बाद पूरी जमीन तीनों बेटों में बराबर हिस्सों में बांट दी गई जिसके पश्चात उन तीनों बेटो ने अपनी 85 वर्षीय बूढ़ी मां को घर से बाहर निकाल दिया। उस बूढ़ी औरत कोई सहारा नही बचा था और वह रोते हुये चौराहे पर बैठ गई। जब वहां से इंस्पेक्टर तरूणा सिंह और कोतवाल साहब गुजर रहे थे उन्होंने बूढ़ी औरत को रोते हुये देखा और इसकी वजह पूछी तो रोते हुये अपनी सारी कहानी बता डाली जिसे सुनकर इंस्पेक्टर तरुणा सिंह की आंखों में भी आंसू आ गए।
इसके पश्चात उन्होंने बुजुर्ग को अपने घर ले जाकर खाना खिलाया और तीनों बेटों को थाने में बुलाकर काफी जलील किया। उनको इस कृत्य के लिये सजा देने को पुलिस कर्मियों ने कहा तो उनकी बूढ़ी मां ने उनसे विनती
करते हुये कहा मेरे बेटों को सजा न दी जाये। मां की इस बात उनके बेटों को काफी लज्जित भी किया जिससे उनके आंखों में आंसू आ गये और फिर वो तीनों बेटे अपनी 85 वर्षीय मां को अपने घर ले जाने को राजी हुये।
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