CBSE जुलाई में बजेगा घंटा, होगी पढ़ाई, 16 जुलाई से स्कूलों को खोलने पर चल रहा मंथन!

 केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा परिषद (सीबीएसई) 16 जुलाई से स्कूल खोलने पर विचार कर रहा है। कोविड-19 के प्रकोप को देखते हुए फिलहाल कक्षा नौ से 12 तक के बच्चों को स्कूल बुलाया जाएगा। जूनियर कक्षाओं के बच्चों को अभी कुछ माह और इंतजार करना पड़ सकता है। बहरहाल करीब चार माह बाद  जुलाई से स्कूलों में एक बार फिर घंटी बजेगी और पहले की भांति पढ़ाई शुरू होने की पूरी संभावना है।

सीबीएसई ने स्कूल खोलने का प्रस्ताव केंद्रीय मानव संसाधन व विकास मंत्रालय को भी भेजा है। वहीं सीबीएसई के प्रस्ताव पर यूपी बोर्ड भी जुलाई से स्कूल खोलने पर मंथन कर रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक डा. वीपी सिंह ने बताया कि जुलाई में स्कूल-कालेज खोलने पर शासन गंभीरता से विचार कर रहा है। सीबीएसई के साथ यूपी बोर्ड के विद्यालयों को भी जुलाई में खोलने की अनुमति मिल सकती है।

दूसरी ओर इजरायल में सभी स्कूल-कालेज खोल दिए गए थे लेकिन दो दिनों के भीतर ही जूनियर कक्षाओं का संचालन स्थगित कर दिया गया। ऐसे में देश में भी जूनियर कक्षाओं का संचालन फिलहाल शुरू होने की संभावना कम है।

अभिभावक भी तैयार नहीं

अब कार्यालय, बाजार सब कुछ खुल गया है। एक तरह से जन-जीवन सामान्य रूप से चल रहा है। इसके बावजूद तमाम अभिभावक अब भी छोटे बच्चों को स्कूल भेजने के लिए तैयार नहीं है। बहरहाल स्कूलों की निगाहें शासन-प्रशासन की गाइड लाइन पर टिकी हुई हैं।

अब परीक्षार्थियों को स्वकेंद्र की सुविधा

सीबीएसई के 12वीं की शेष परीक्षाएं पहली जुलाई से 15 जुलाई के बीच होंगी। वहीं सीबीसीई ने केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश पर 12वीं के परीक्षार्थियों को अब स्वकेंद्र की सुविधा प्रदान कर दी है। यही नहीं सीबीएसई ने हॉस्टल छोड़ चुके छात्रों को अपने ही शहर में किसी भी केंद्र पर परीक्षा देने की छूट दी है। इसके लिए उन्हें अपने विद्यालय से अनुमति पत्र लेना होगा। दरअसल एमएचआरडी ने सीबीएसई से शारीरिक दूरी के मानक का कड़ाई से पालन करते हुए परीक्षा कराने का निर्देश दिया है। यही नहीं पूरे देश में 12 हजार और स्कूलों को परीक्षा केंद्र बनाने की मंजूरी भी दे दी है। दूसरी ओर सीबीएसई की सिटी कोआर्डिनेटर व सनबीम इंग्लिश स्कूल की प्रधानाचार्य गुरमीत कौर ने बताया कि परीक्षार्थियों के स्वकेंद्र की सुविधा के संबंध में सीबीएसई ने आदेश जारी कर दिया है। अब परीक्षार्थियों को परीक्षा देने के लिए दूसरे विद्यालय की दौड़ नहीं लगानी होगी। बताया कि दूसरे जनपद से बनारस में परीक्षा देने वाले परीक्षार्थियों की सूची भी बनाई जा रही है।

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