अप्रैल शुरू होते ही निजी स्कूलों का अभिभावकों को मैसेज- फीस चुकाएं

जयपुर में छोटी से लेकर बड़ी करीब 75 फीसदी स्कूलों ने फीस वसूली के मैसेज अभिभावकों को भेजे हैं.

कोरोना संकट (Coronavirus crisis) के कारण देशभर में लॉकडाउन (Lockdown) लागू है. इसके चलते जहां सरकार की ओर से आमजन को राहत देने के लिए ईएमआई और यूटिलिटी बिल के पेमेंट करने की अवधि आगे बढाई जा चुकी है, वहीं अभिभावकों को अभी निजी स्कूलों की तरफ कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है. अप्रैल शुरू होते ही अभिभावकों के मोबाइल पर फीस भरने के मैसेज आने शुरू हो गए हैं.

ज्यादातर निजी सकूलों में 1 अप्रैल से नए सत्र की शुरूआत की जाती है. इसके लिए आमतौर पर अप्रैल के प्रथम सप्ताह से अभिभावक फीस जमा कराना शुरू कर देते हैं. लेकिन, कोरोना संकट के इन मुश्किल हालात में जब लोग अपने-अपने काम पर नहीं जा पा रहे हैं और उनके वेतन या पारिश्रमिक पर भी संकट छाया हुआ है, ऐसे में उनके लिए फिलहाल फीस जमा कराना मुश्किल बना हुआ है. राजधानी जयपुर में छोटी से लेकर बड़ी करीब 75 फीसदी स्कूलों ने फीस वसूली के मैसेज अभिभावकों को भेजे हैं. कई अभिभावकों को तो रिमाइंडर मैसेज भी किए जा चुके हैं. इसके साथ ही उन्हें फीस देने के लिए चेताया भी जा रहा. इससे अभिभावक चिंता में हैं.

अभिभावकों ने लिखित में भी रियायत की मांग की

अभिभावकों का कहना है कि इस परिस्थिति में समाज के हर वर्ग को एक दूसरे का सहयोग करना चाहिए. फीस माफी न सही, लेकिन फीस वसूली को कुछ समय के लिए टाला तो जा सकता है, ताकि आमजन की कुछ परेशानी तो कम हो सके. अक्सर नए सत्र की शुरूआत में बढ़ी फीस की शिकायत करने वाले अभिभावक फिलहाल खुलकर सामने नहीं आ पाए हैं. लेकिन, कई अभिभावकों ने स्कूल संचालकों से लिखित में भी रियायत देने की मांग की है.

स्कूल संचालकों ने कही यह बात

निजी स्कूल संचालकों के संगठन स्कूल शिक्षा परिवार का कहना है कि स्कूल संचालकों की स्थिति भी कोई ज्यादा अच्छी नहीं हैं. बड़े स्कूल ग्रुप को छोड़कर गली मोहल्ले के निजी स्कूलों का संचालन मुश्किल हालात में होता है. संगठन के प्रदेशाध्यक्ष अनिल शर्मा की मानें तो वे सरकार की ओर दिए गए निर्देशों के मुताबिक अपने स्कूल के कर्मचारी और शिक्षकों के वेतन नहीं काटना चाहते हैं. ऐसे में जब वे अपने शिक्षकों को वेतन चुकाएंगे तो पैसे की जरुरत तो होगी ही. यह पैसा फीस से ही आता है.

ऑनलाइन कक्षाएं

उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के चलते इन दिनों स्कूल बंद हैं. ऐसे में कई स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं लगाकर नए सत्र की औपचारिक शुरूआत कर रहे हैं. इससे परेशान अभिभावकों ने सोशल प्लेटफार्म के जरिए सरकार का ध्यान भी आकर्षित किया है.

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