नई दिल्ली।
कोरोना ( Coronavirus ) के खौफ के बीच शुक्रवार रात को उल्टे चांद ( Inverted Moon ) ने सबको हैरान कर दिया। सोशल मीडिया पर उल्टे चांद को लेकर बातें होने लगी। उल्टे चांद को देखने लोग अपनी छतों पर जमा हो गए। इतना ही नहीं महिलाओं ने अनिष्ट की आशंका के चलते इसकी पूजा तक कर डाली। कई लोग इसे कोरोना ( COVID-19 in India ) से जोड़कर भी देख रहे है। लेकिन, वैज्ञानिकों और ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक यह केवल एक अफवाह है और इसमें कुछ भी नया नहीं है।
उल्टे चांद की पूजा करने लगे लोग
बता दें कि शुक्रवार को सोशल मीडिया पर उल्टे चांद निकलने की अफवाह फैली। जिसके बाद लोग अपनी छतों पर चढ़ गए। लोग इसे कोरोना वायरस ( Coronavirus Outbreak ) महामारी से जोड़ने लगे। जिसके बाद पूजा-पाठ का दौर शुरू हो गया। महिलाओं ने उल्टे चांद को पानी में चीनी डालकर अर्घ्य दिया। लोगों ने कोरोना से बचाने के लिए प्रार्थना की।
वैज्ञानिक और ज्योतिषाचार्यों ने क्या कहा ?
दरअसल, यह अफवाह है। करोड़ों साल से चांद जिस तरह से उदय होता आया है उसी तरह शुक्रवार रात को भी हुआ। खगोल वैज्ञानिक सचिन भांबा ने बताया कि चांद 28 दिन में पृथ्वी की परिक्रमा करते हुए हर महीने इस तहर दिखाई देखा है, जो हमें उल्टा दिखाई देता है। इसमें कुछ नया नहीं है। पंडित दिनेश मिश्रा के अनुसार भी यह अफवाह है। उन्होंने बताया कि इसकी एक वजह यह भी हो सकती है, लॉकडाउन के चलते लोग घरों में फुर्सत में हैं और पहली बार चांद को गौर से देखा हो।
0 Comments