पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम की शान और अब भाजपा से सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार पर कई सवाल खड़े किए है।
संसद गौतम गंभीर ने केजरीवाल सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार जिन दावों को सब के सामने पेश कर रहे है वे सब झुटे हैं, न तो जरूरतमंदों को राशन ही मिल पा रहा है न ही उनकी जांच की कोई व्यवस्था है।
इसके साथ ही गंभीर ने कहा कि क्या जनता ने सरकार केवल मरने के बाद मुआवजा देने के लिए चुनी है।
गौतम गंभीर ने राशन की दुकानों की तस्वीरें भी पोस्ट की हैं, जो बंद दिख रही है. लोगों के संक्रमित होने के बाद परिवार के लिए मुआवजा और कोविड टेस्ट न कराने को लेकर गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार को घेरा है.
गौतम गंभीर ने खाद्य और संभरण अधिकारी को लिखे गए एक शिकायत पत्र को भी शेयर किया है. इस पत्र में लिखा गया है कि दिल्ली सरकार ने कोविड-19 महामारी संकट के दौर में भी राशन दुकानदारों और उनके सहायकों का अभी तक कोरोना टेस्ट नहीं कराया है.
इसके अलावा राशन दुकानदारों के संक्रमित होने और मौत होने के बाद उनके परिवारवालों के लिए किसी भी योजना का ऐलान नहीं किया गया है.
दिल्ली में बढ़ रहे हैं संक्रमण के केस
दिल्ली में तमाम दावों में लॉकडाउन के बावजूद संक्रमण के मामले थम नहीं रहे हैं. दिल्ली में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2,514 तक पहुंच गई है. कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक हुए लोगों की संख्या 857 है और 53 लोगों की मौत हो चुकी है.
दिल्ली में खुलेंगी दुकानें
दिल्ली सरकार गृह मंत्रालय के निर्देशों को लागू करने जा रही है. रिहायशी इलाकों में दुकानें खुली रहेंगी लेकिन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अनिवार्य होगा. गृह मंत्रालयों के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाएगा. कंटेनमेंट जोन बने इलाकों में किसी भी गतिविधि पर पहले की तरह ही रोक जारी रहेगी.
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