अब तक किस टीम ने सबसे अच्छा DRS का उपयोग क्या है, भारत है इस स्थान पर, देखें आंकड़ें

क्रिकेट प्रेमियों ने जरूर डिसीजन रिव्यू सिस्टम (DRS) के बारे में सुना होगा और सबको पता ही होगा कि किस तरह क्रिकेट के इस नियम की चलते कोई भी टीम अंपायर के फैसले को चुनौती दे सकती है।




मैदान में किसी भी टीम के बल्लेबाज को यदि अंपायर आउट दे देता है और उस बल्लेबाज को लगता है कि अंपायर ने जो फैसला लिया है वो गलत है। तो ऐसी परिस्थिति में वो इस नियम की मदद से अंपायर के फैसले के विरुद्ध जा सकता है और तीसरे अंपायर से फैसले पर विचार करने की मांग कर सकता है। वहीं डीआरएस की मदद से तीसरा अंपायर, पहले अंपायर के फैसले की समीक्षा करता है। अगर समीक्षा के दौरान तीसरे अंपायर को लगता है कि खिलाड़ी आउट नहीं है, तो तीसरा अंपायर फैसले को बदल देता है। वहीं गेंदबाज भी ठीक इसी तरह इस अंपायर के फैसले के विरुद्ध जा सकता है। आज हम इस लेख में सभी टीमों के द्वारा लिए गए डीआरएस के सफलता के आंकड़ों के उपर नजर देंगें।




ESPNCricinfo के द्वारा किये गए एक समीक्षा में यह पता चला है की, 28 सितम्बर 2018 से अब तक सभी टीमों ने कुल 1141 बार डीआरएस नियम का उपयोग किया हैं। जिसमें से सिर्फ 325 मामलें में ही टीम को सफलता मिली हैं।




इस समीक्षा के दौरान यह पता चला है की पाकिस्तान की टीम (34.6%) अंपायर के फैसले को गलत साबित करने में सबसे सफल रही।




दूसरे स्थान पर है इंग्लैंड की टीम। उनका सफलता का रेट है 32.4%। वेस्टइंडीज (30.3%) और बांग्लादेश (30%) की टीम इस सूचि में तीसरे और चौथे पायदान पर हैं। न्यूजीलैंड 28.4% सफलता रेट के साथ पांचवें नंबर पर विराजमान हैं।




भारतीय टीम इस सूचि में छठे पायदान पर हैं। भारतीय टीम ने अब तक 148 रिव्यु लिए है जिसमें उनका सफलता रेट 27% है। इस लिस्ट में नौवें स्थान पर यानी सबसे निचे श्रीलंका (23.3%) की टीम हैं।


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