बच्चे शाम को खाना मांगते हैं क्या दूं? कांग्रेस MLA ने कहा- मेरे विधायक होने की सजा जनता को मिल रही है



बच्चे शाम को खाना मांगते हैं क्या दूं? कांग्रेस MLA ने कहा- मेरे विधायक होने की सजा जनता को मिल रही है


राशन न मिलने से परेशान नई बस्ती के 150 परिवार  सड़क पर उतर आए। जेल मार्ग पर 2 घंटे तपती धूप पर बैठे रहे। उनका आरोप था कि राशन वितरण नहीं किया जा रहा है। नगर निगम का अणला दोपहर में खाने के पैकेट पहुंचाता है लेकिन रात में हमें भूखा ही सोना पड़ता है। धरना दे रहे लोगों ने तीन माह का राशन देने की मांग की। बता दें कि कोरोना वायरस के चेन को तोड़ने के लिए देश में 21 दिनों का लॉकडाउन घोषित किया गया है।


धरने की जानकारी मिलते ही सतना से कांग्रेस विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा मौके पर पहुंच गए और अधिकारियों को समस्या से अवगत कराया। दरअसल, लॉकडाउन के कारण नई बस्ती में लोगों का काम धंधा बंद है। रोज कमाकर खाने वाले इन परिवारों का आरोप है कि उन्हें राशन नहीं दिया गया गया है। नगर निगम की गाड़ी 13 दिन से दोपहर का खाना देकर जाती है लेकिन 13 दिन से रात में भूखे ही रहना पड़ता है।


बच्चे शाम को खाना मांगते हैं?
धरना दे रही एक महिला ने कहा- मैं विधवा हूं। ना मुझे राशन मिलता है और ना पेंशन। मजदूरी कर बच्चों का पेट पालती थी। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो कोरोना से पहले भूख से मर जाएंगे। शाम औऱ रात में बच्चे खाना मांगते हैं तो उन्हें क्या दें।


बिना कार्ड वालों को मिले राशन
विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने आरोप लगाते हुए कहा- अधिकारी मेरे विधायक होने की सजा नई बस्ती की जनता को दे रहे हैं। कलेक्टर को लेटर लिखकर मैंने बिना कार्ड वाले गरीब परिवारों को राशन उपलब्ध कराने को कहा था पर भोजन पर भी राजनीति हो रही है।


एफआईआर दर्ज
कोलगंवा थाना क्षेत्र की नई बस्ती में हुए प्रदर्शन के बाद पुलिस ने कांग्रेस विधायक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। एडिशनल एसपी गौतम सोलंकी ने बताया कि नई बस्ती में हुए प्रदर्शन के बाद कोलगवां थाने में एफआइआर दर्ज कर ली गई है।


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