बिहार में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या दो हजार के पार पहुंच गई है। अब तक कुल 2105 मरीज मिले हैं। इनमें करीब 1200 से ज्यादा प्रवासी मजदूर हैं। शुक्रवार को 118 नए मरीज मिले। मधुबनी में 34, कटिहार में 19, बेगूसराय में 17, समस्तीपुर में 10 और पटना व गोपालगंज में 9-9 नए मरीज मिले हैं। सारण के 6, खगड़िया के 5, नवादा के 3, मधेपुरा के 2 और अरवल, सुपौल, पू. चंपारण व वैशाली के एक-एक व्यक्ति की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
इसके अलावा दिल्ली से बिहार पहुंचने के कुछ घंटे बाद ही एक प्रवासी श्रमिक की मौत को राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने कोरोना वायरस से हुई मौत का मामला बताया है। प्रवासी श्रमिक तीन दिन पहले ही अपने गृह राज्य लौटा था। स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार मृतक खगड़िया जिले का था और वह मंगलवार को एक विशेष ट्रेन से आया था। श्रमिक को तेज बुखार था और पहुंचने के कुछ घंटे के भीतर ही उसकी मौत हो गई।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि नए आंकड़ों के अनुसार नौ साल के एक बच्चे के अलावा सभी संक्रमित 20-45 आयु वर्ग के पुरुष हैं। पटना में संक्रमण के नौ नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 186 तक पहुंच गई। वहीं कटिहार में 19, बेगूसराय में 17, समस्तीपुर में 10, गोपालगंज में नौ, सारण में छह, खगड़िया में पांच, नवादा में तीन, मधेपुरा में दो, वैशाली, पूर्वी चम्पारण, अरवल और सुपौल में एक-एक मामले सामने आए हैं।
पटना के बाद सबसे ज्यादा संक्रमितों की संख्या मुंगेर में 137, रोहतास में 123, बेगूसराय में 122, मधुबनी में 115, जहानाबाद में 106 और बक्सर में 100 है। राज्य में अब तक कुल 11 लोगों की मौत इस खतरनाक वायरस से हुई है। वैशाली और खगड़िया में दो-दो तथा मुंगेर, सीतामढ़ी, पूर्वी चम्पारण, बेगूसराय और रोहतास में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई।
बिहार में संक्रमण का पहला मामला 22 मार्च को सामने आया था और चार सप्ताह बाद सौ का आंकड़ा पार हुआ था लेकिन राज्य में प्रवासी श्रमिकों के लौटने के बाद से मामले तेजी से बढ़े हैं। स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक तीन मई से अब तक 1,184 प्रवासी श्रमिक इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 333 लोग दिल्ली से आए हैं जबकि महाराष्ट्र से 212, हरियाणा से 80, पश्चिम बंगाल से 65, राजस्थान से 45, उत्तर प्रदेश से 41 और तेलंगाना से 38 श्रमिक लौटे हैं।
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