एक ओर जहां दान के अभाव में देश के कई मशहूर मंदिरों की माली हालत खराब होने की खबरें आ रहीं हैं तो वहीं दूसरी ओर मध्य प्रदेश के सतना में पैसे बांटने का रहस्यमयी मामला सामने आ रहा है. जहां दो अजनबी जगतदेव तालाब के शिव मंदिर के आसपास बैठने वाले भिखारियों को 500, 200 और 100-100 के नोटों में करीब 30 हजार रुपये बांटकर अचानक गायब हो गए. मगर दोनों की तस्वीरें सामने पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गईं.
सीसीटीवी कैमरे में दोनों में से एक शख्स जेब से नोट की गड्डी निकालकर गिनते हुए भी दिख रहे हैं. इस बात की भनक जब पेट्रोल पंप संचालक को लगी तो वो मौके पर पहुंचे और सभी के नोटों को डिसइंफेक्टेड करने की कोशिश की. वहीं, पुलिस अब मामले की तहकीकात कर रही है.
कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच नोटों को इस तरह बांटने पर सतना पुलिस तमाम आशंकाएं हो रही हैं. दरअसल, देश के अलग-अलग हिस्सों से सड़कों पर पड़े लावारिस नोटों ने पहले ही पुलिस महकमे की नींद उड़ा रखी है. अब सतना में 30 हजार रुपये की भारी भरकम राशि भिखारियों को बंटी तो बवाल खड़ा हो गया. लॉकडाउन में जहां हर व्यक्ति प्रभावित है, ऐसे में भिखारियों को 500, 200 और 100-100 के नोट बांटना किसी के गले नहीं उतर रहा.
पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज जब्त करते हुए जांच शुरू कर दी है. वहीं, एक भिखारी ने बताया कि कल दो लोग आये थे. उन लोगों ने पहले यहां 2-3 बार चक्कर लगाये. सीढ़ियों से ऊपर नीचे गए. वहां से नोट खुल्ले कराए हैं. खुल्ले कराने के बाद फिर बांटे हैं. सामने बैठे लोगों को 500-500 रुपये बांटे हैं. यहां पर 100- 100 रुपये भी बांटे हैं. यह शाम के 5 बजे की बात है.
राजकुमार ने बताया कि यहां दो लोग आए थे. किसी को 100 रुपये दिए तो किसी को 500 रुपये दिए और बांटते हुए सीढ़ी से नीचे चले गए. वो भी यह बोलते हुए गए कि दूर-दूर से पैसा लो, हमें भी 500 रुपये मिले हैं.
सिटी कोतवाली के थाना प्रभारी संतोष तिवारी ने बताया कि कल यह बात हमारे संज्ञान में आई है कि वहां कुछ लोगों ने भिखारियों को पैसे बांटे हैं. प्रथम दृष्टया पैसे बांटना कोई अपराध नहीं है. चूंकि कोरोना से दहशत का माहौल है और ऐसी अफवाहें भी हैं कि कोरोना से संबंधित चीजें सड़क पर फेंकी जा रही हैं. इसलिए कुछ गलत नहीं हो इसकी जांच करने के लिए हमने अपनी टीम भेजकर और खुद भी सीसीटीवी फुटेज खंगाले हैं.
उन्होंने आगे बताया कि सीसीटीवी फुटेज में नीली शर्ट पहने एक व्यक्ति पैसे देता हुआ दिख रहा है. कोरोना संक्रमण के समय अगर कोई पैसे दे रहा है तो उसे भी शंका की नजर से देखा जा रहा है. इस बात के लिए भिखारियों से भी संपर्क किया गया. उनके पैसों को सैनिटाइज भी कराया गया है.
संतोष तिवारी का कहना है कि इसकी सामान्य रूप से पड़ताल की जा रही है. कुछ नया निकलकर ऐसा आता है जो अपराध की श्रेणी में हो तो जरूर कार्रवाई की जाएगी. जिस किसी भी व्यक्ति ने जो दान किया है तो उसको सामने आकर अपनी पहचान बतानी चाहिए कि मैं भिखारियों को दान देने के लिए गया था. इसमें कोई अपराध नहीं है.
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