सीएम योगी ने 781 महिलाओं के स्वावलम्बन के लिए दिए पौने छह करोड़, वीसी में इस बात पर खिलखिलाए सब
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय आजीविका विकास मिशन से जुड़ी गोरखपुर के 7810 महिलाओं से बने 781 समूहों को 5.88 करोड़ रुपये उनके खाते में स्वरोजगार के लिए दिए। गुरुवार को लखनऊ से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस कार्यक्रम में उन्होंने प्रदेश की 35938 समूहोंं से जुड़ी महिलाओं के लिए 218.49 करोड़ रुपए का फंड दिया। इस फंड से महिला समूह मास्क, सिलाई, कढाई, पत्तल, मसाले, अगरबत्ती जैसे उत्पादों का निर्माण कर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार और स्वावलंबन के सरकार के लक्ष्य को आगे बढ़ाएंगी।
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स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम... 31,938 स्वयं सहायता समूहों को ₹218.49 करोड़ रिवॉल्विंग फंड एवं सामुदायिक निवेश निधि का ऑनलाइन हस्तांतरण करते मुख्यमंत्री श्री
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स्वरोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ते कदम... 31,938 स्वयं सहायता समूहों को ₹218.49 करोड़ रिवॉल्विंग फंड एवं सामुदायिक निवेश निधि का ऑनलाइन हस्तांतरण करते मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी
इस दौरान मुख्यमंत्री ने विभिन्न जिलों के महिला समूहों से बातचीत कर फीडबैक लेने की शुरूआत गोरखपुर से की। कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी सभागार में मुख्य विकास अधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में प्रवासी श्रमिक सुनील कुमार निषाद से सीएम ने सीधा संवाद किया। ब्रह्मपुर ब्लाक के सुनील से सीएम से पूछा कि मुम्बई में क्या कॉपरेंटर का काम करते थे? सलाह दी कि ब्रह्मपुर में शोरूम बनाओ, सोफा, कुर्सियां और फर्नीचर बनाओ। ब्रह्मपुर अच्छा मार्केट है।
विश्वास दिलाया कि सरकार सभी जरूरी सहयोग देगी। सुझाव दिया कि अभी लॉकडाउन चल रहा है लेकिन इस बीच बैंक से लोन के लिए आवेदन कर दो? सहयोग दिया जाएगा। बातचीत के क्रम में सीएम ने पूछ कि अपनी पत्नी क्या कहती है? सुनील ने बताया कि पत्नी रिंकू समूह से जुड़ कर सिलाई करती है। पार्लर भी चलाती है। सीएम के पूछने पर बताया कि 4 से 5 हजार रुपये मासिक आमदनी हो जाती है। बातचीत के क्रम में अचानक सीएम ने मजाकिए लहजे में अचानक ऐसा सवाल पूछ लिया कि लखनऊ से लेकर गोरखपुर तक वीडियो कांफ्रेसिंग में हंसी से फव्वारे फूट पड़े। ‘तुम दोनों झगड़ते तो नहीं हो।’
सुनील सीएम के इस सवाल से सकपका सा गया। फिर संभल कर बोला नहीं-नहीं। सीएम ने कहा कहा,‘ ठीक है, ठीक है। साथ मिल कर काम करो और आगे बढ़ो।’’ इसके बाद सीएम चरगांवा ब्लाक की सोनबरसा ग्राम निवासी उजाला समूह की अध्यक्ष रीता देवी से मुखातिब हुए। उन्होंने रीता से उनके कामकाज की जानकारी ली। रीता ने बताया कि उनके समूह में 11 महिलाएं काम करती हैं जिनमें ज्यादातर के पति प्रवासी मजदूर हैं। लॉकडाउन में उन्होंने मास्क भी बनाया और मुनाफा भी कमाया। सीएम ने उनके प्रयास को सराहा। अपने अंदाज में मजाक भी किया। ‘कितना अच्छा है, आप लॉकडाउन में मुनाफा भी कमा रही हैं। हमें तो सिर्फ घाटा ही हो रहा है।’ सीएम की बात से एक बार फिर हंसी से फुव्वारे फूट पड़े। बैठक में उपायुक्त स्वत: रोजगार अवधेश राम, जिला मिशन प्रबंधक सचिन कुमार समेत अन्य समूह की महिलाएं भी उपस्थित रहीं।
58 हज़ार 'बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी' की घोषणा
मुख्यमंत्री ने बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी योजना की घोषणा किया जिसमें गांव की महिलाएं बैंकों से जुड़ कर पैसे के लेनदेन को घर घर जाकर करवाएंगी। बैंक जाने की आवश्यकता ही नहीं होगी। ये सारा लेनदेन डिजिटल होगा। इससे कोरोना संक्रमण का खतरा तो कम होगा ही, साथ में गांव की महिलाओं को रोजगार भी मिलेगा। सीएम ने कहा कि 58 हज़ार बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी नियुक्त की जाएगी। इन सखियों को तत्काल तैनात करने की व्यवस्था की जाए। बैंकिंग करेस्पांडेंट सखी को 4 हज़ार रुपए महीने, 6 महीनों तक प्रदान किए जाएंगे। डिवाइस के लिए भी 50 हज़ार रुपए मिलेंगे। इसके अतिरिक्त बैंक भी उनको लेनदेन पर कमिशन देगा, जिससे उनकी हर महीने एक निश्चित आए बन जाएगी। अब बैंकों के चक्कर नहीं लगाने होंगे, बैंक खुद चलकर आपके पास आयेगा।
समूह की महिलाएं प्रतिभाशाली
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस मुश्किल वक्त में पीपीई किट, मास्क का प्रोडक्शन समूह की महिलाएं कर रही हैं। समूह अत्यंत प्रतिभाशाली हैं, जिन्हें मार्गदर्शन और सहयोग दे और सक्षम बनाया जा सकता है। ग्रामीण स्वावलंबन का एक आदर्श उदाहरण बन कर उभर सकते हैं। उन्होंने घोषणा किया कि महिला समूहो को प्रत्येक मास्क के लिए 5 रुपये आय का इंतजाम किया जाएगा।
प्रवासी श्रमिकों की प्रतिभा से यूपी बनेगा ब्रांड
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार सभी प्रवासी कामगार और श्रमिकों को उनकी स्किल के अनुसार प्रदेश में रोजगार देगी। साथ ही उनकी हर सम्भव सहायता की जाएगी, जिससे उनकी प्रतिभा का लाभ उत्तर प्रदेश को मिलेगा और देश और दुनिया के सामने उत्तर प्रदेश प्रत्येक क्षेत्र में अग्रणी स्थान पर होगा। उन्होंने कहा कि हम उत्तर प्रदेश को रेडीमेड गारमेंट्स का हब और ब्रांड बना सकते हैं।
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