एक तो कोरोना वायरस का कहर और उसको लेकर चल रहे लॉकडाउन के बीच सामाजिक मान मर्यादा को शर्मसार करते हुए रिश्तों को ताक पर रखकर रोहतास जिले के करगहर प्रखंड के एक गांव में एक युवक ने घरवालों की नाराजगी के बावजूद अपनी नाबालिग बहन से शादी कर ली है। सबसे बड़ी बात ये है कि यह बाल विवाह थाने के परिसर स्थित मंदिर में पुलिस की मौजूदगी में हुआ है।
मंदिर में जो शादी हुई उसने रिश्तों की मर्यादा को तार-तार कर दिया है। गांव के एक युवक ने रिश्ते में बहन से ही शादी कर ली है। लड़की 13 साल की है और युवक की उम्र 18 साल की है। घरवालों के इनकार के बाद दोनों पुलिस के पास पहुंच गए थे और मदद करने की गुहार लगाई थी।
जानकारी के मुताबिक डेढ महीने पहले ही युवक अपनी ही बहन को प्रेम जाल में फंसाकर दिल्ली लेकर भाग गया था, वहीं दोनों ने शादी कर ली थी और पति-पत्नी की तरह रह रहे थे। जब लॉकडाउन के कारण दोनों के पास पैसे खत्म हो गए तो वापस दोनों अपने गांव आ गए। गांव पहुंचने पर दोनों के परिजन नाराज हो गए और घर में रखने से इनकार कर दिया।
दोनों गांव में ही पति पत्नी के रूप में रहने लगे, लड़की गर्भवती हो गई। घरवाले दोनों के इस रिश्ते का विरोध कर रहे थे। इसके बाद दोनों थाने पहुंचे थे और अपनी सुरक्षा की मांग की थी। जिसके बाद थानाध्यक्ष ने उनकी बातें सुनकर परिजनों से बात की थी।
थानाध्यक्ष हरेकृष्ण राय ने बताया कि दोनों के परिवार वालों को बुलाया और कानूनी बातें समझाईं और प्राथमिकी दर्ज करने के लिए कहा लेकिन दोनों परिवार में से कोई भी केस दर्ज कराने के लिए तैयार नही हुआ।
इसके बाद दोनों के परिवार वाले शादी कराने के पक्ष में दिखे और फिर एक-दूसरे से अनुनय-विनती के बाद ओपी परिसर स्थित मंदिर में दोनों की शादी कराई गई, शादी में पुलिस भी मौजूद रही। शादी के बाद अपने-अपने बेटे-बेटी की गलती देख दोनों के पिता फफक कर रो पड़े।
थाना परिसर में शादी के मामले पर सवाल पूछे जाने पर थानाध्यक्ष हरेकृष्ण राय ने कहा कि शादी थाना परिसर में नहीं करायी गई। हमने पहले एफआइआर दर्ज कराने को कहा था। थाने में शादी करने का निर्देश नहीं दिया था। लोगों ने गरीब परिवार का हवाला देकर उन्हें गांव ले जाने की बात कही थी। परिसर स्थित मंदिर में क्या हुआ, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है।
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