'युवराज सिंह को बनना था कप्तान, लेकिन किस्मत से महेंद्र सिंह धोनी बन गए'

'युवराज सिंह को बनना था कप्तान, लेकिन किस्मत से महेंद्र सिंह धोनी बन गए'


महेंद्र सिंह धोनी को भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल कप्तानों में गिना जाता है, लेकिन युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह रांची के इस स्टार पर हमला करने का कोई मौका नहीं छोड़ते। एक टेस्ट मैच और छह वनडे में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व करने वाले योगराज सिंह ने एक बार धोनी पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि सौरव गांगुली ने धोनी के मुकाबले अधिक युवा खिलाड़ियों का समर्थन किया। बाद में पूरी टीम धोनी के हवाले कर दी गई। अब योगराज सिंह ने कहा है कि युवराज सिंह को भारतीय टीम का कप्तान बनना था, लेकिन किस्मत से धोनी बन गए थे।

सौरव गांगुली की प्रशंसा करते हुए योगराज सिंह ने कहा कि बंगाल के गांगुली ने खिलाड़ियों को तैयार किया और उनका समर्थन किया। धोनी ने ऐसा नहीं किया। योगराज ने न्यूज 24 से कहा, ''बाद में मैंने एक वीडियो देखा जिसमें सहवाग, गंभीर या युवराज थे। हर व्यक्ति धोनी के बारे में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से टिप्पणी कर रहे हैं। हर व्यक्ति गांगुली के बारे में इतनी बात क्यों करता है। जब उन्होंने टीम का  गठन शुरू किया तो भारत सातवीं रैंक पर था।''

उन्होंने कहा, ''सौरव गांगुली ने युवराज, कैफ, जहीर, हरभजन, सहवाग और गंभीर जैसे युवा खिलाड़ियों को लेकर नई टीम बनाई।''  योगराज ने यह कहकर नया विवाद खड़ा कर दिया है कि युवराज सिंह टीम के कप्तान बनने वाले थे, लेकिन अचानक धोनी को वैल सेट टीम की  कप्तानी दे दी गई। यह नियति है। उन्होंने कहा कि कोहली और धोनी ने युवराज सिंह को धोखा दिया और इसमें टीम इंडिया के सिलेक्टर भी शामिल थे।

उन्होंने कहा, ''मैं यह भी कहूंगा कि विराट और धोनी के अलावा चयनकर्ताओं ने भी युवराज को धोखा दिया। हाल ही में रवि शास्त्री से मेरी मुलाकात हुई थी। मैंने उनसे कहा था कि धोनी, कोहली और रोहित जैसे खिलाड़ियों को संन्यास के समय विदाई मैच खेलने का मौका देना चाहिए।''

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