गुड न्यूजः कोरोना खत्म होते ही नहीं रहेगा कोई बेरोजगार, इंडिया में आने वाली है नौकरियों की बाढ़



नई दिल्ली। कोरोना काल खत्म होते ही भारत में नौकरी-रोजगारों की बाढ़ आने वाली है। सवाल यह उठता है कि क्या सरकार के पास कोई जादू की छड़ी है जो कोरोना खत्म होते ही नौकरियों की झड़ी लगा देगी तो जवाब है- हां, यह जादू की छड़ी जैसा ही समझिए। ऐसा बताया जा रहा है कि चीन में कोरोना लगभग खत्म हो चुका है अब वहां से 1000 हजार से ज्यादा कंपनियां अपना बोरिया-बिस्तरा समेट रही हैं। इनमें से अधिकांश ने भारत सरकार से संपर्क साधा है। बाताया जा रहा है कि इन कंपनियों से भारत सरकार के प्रतिनिधियों की कई चक्र वार्ता हो चुकी है और उन कंपनियों की आवश्यकतानुसार भारत में सुविधाएं विकसित की जाने लगीं हैं। इन तैयारियों को देखकर ही मार्केट विशेषज्ञों का कहना है कि कोरोना खत्म होते ही जैसे ही इन कंपनियों का भारत आना शुरू होगा वैसे ही नौकरियों की झड़ी लग जायेगी। ये नौकरियां आठवीं पास से लेकर टेक्नीकल, मैकेनिकल और कंप्यूटर ग्रेजुएट तक के लिए होंगी। इसी के साथ एमबीए, सीए और तमाम अन्य सेक्टर्स में भी नौकरी-रोजगार की भरमार हो जायेगी।



चीन भले ही कोरोना वायरस संकट से तकरीबन पूरी तरह उबर चुका हो, लेकिन दुनिया का अब पेइचिंग पर अविश्वास गहराता जा रहा है। तमाम मल्टिनेशनल कंपनियां अब चीन से बाहर निकलने की गंभीर कोशिशों में जुट चुकी हैं। भारत ने कंपनियों को आकर्षित करने के लिए देश में ‘क्लस्टर प्लान’ पर भी काम शुरू कर दिया है। भारत ने 9 राज्यों में फैले ऐसे 10 मेगा क्लस्टरों की लिस्ट बनाई है जो अलग-अलग सेक्टरों से जुड़े हैं और जो संबंधित कंपनियों के लिए मुफीद साबित होंगे।



इसे आसानी से ऐसे समझ सकते हैं कि नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्लस्टर इलेक्ट्रॉनिक हब है, जबकि हैदराबाद क्लस्टर फार्मा और वैक्सीन के निर्यात का देश में सबसे बड़ा हब है। हैदराबाद क्लस्टर में ही दुनिया का करीब एक तिहाई वैक्सीन बनता है। अब इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के लिए नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्लस्टर और फार्मा से जुड़ी कंपनियों को हैदराबाद क्लस्टर में यूनिट डालने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।




अहमदाबाद, वडोदरा (भरुच-अंकलेश्वर क्लस्टर), मुंबई-औरंगाबाद, पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद, चेन्नै और तिरुपति-नेल्लोर क्लस्टर भी निवेशकों सबसे ज्यादा आकर्षित करने वाले क्लस्टर हैं। पुणे-औरंगाबाद ऑटो और ऑटो कंपोनेंट का हब है। इन 10 मेगा क्लस्टरों में करीब 100 लोकप्रिय इंडस्ट्रियल पार्क हैं। इसके अलावा यहां 600 से ज्यादा भारतीय और विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियां काम कर रही हैं।




कॉमर्स ऐंड इंडस्ट्री मिनिस्ट्री के तहत निवेशकों को लुभाने के लिए क्लस्टर प्लान पर काम चल रहा है। संभावित निवेशकों के लिए एक गाइड भी तैयार किया जा रहा है कि वे देश में कितनी जल्दी निवेश कर सकते हैं और किस तरह और देशों के मुकाबले यहां कम पूंजी के साथ भी काम शुरू कर सकते हैं।




भारत ने हाल ही में कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती की है। नई इडस्ट्री लगाने वालों के लिए यह लुभावना है। इसके अलावा भारत में कई मैन्यूफैक्चरिंग कंपनियों के पहले से ही विश्वस्तरीय केंद्र हैं। भारत के पक्ष में तीसरी बड़ी बात इसका विशाल डोमेस्टिक मार्केट भी है।


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