‘पाताल लोक’ वेब सीरीज पर भड़के कुमार विश्वास, लेखको पर साधा निशाना

डॉ. कुमार विश्वास


समय के अनुसार लोगों का फिल्मे देखने का टेस्ट दिन प्रतिदिन बदलता रहता है, हाल ही मे ‘अमेजन प्राइम वीडियो’ (Amazon Prime Video) पर रिलीज हुई वेब सीरीज ‘पाताल लोक (Patal lok)’ को लेकर निगेटिव प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही है, दरअसल फिल्मो तथा वेब सीरीज मे  धर्म व क्षेत्रीय भाषाओं को सही न दिखाए जाने के कारण  मशहूर कवि डॉ कुमार विश्‍वास (Kumar Vishwas) भारतीय फिल्‍मों और वेबसीरीज  को लेकर गुस्‍सा जाहिर किया है। वे सोशल मीडिया साइट्स ट्विटर के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्‍होंने अपने ट्वीट में मुंबई के लेखकों पर निशाना साधा है। उनका ये ट्वीट (Tweet) सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है।


कुमार विश्‍वास ने ट्‍वीट किया,  “यूपी बिहार की पृष्ठभूमि पर फ़िल्में-वेब सीरीज़ बनाने वाले मुम्बईया लेखकों को यह क्यों लगता है कि भोजपुरी-अवधी-बृज-बुंदेली-मगही-अँगिका-वज्जिका सब एक ही हैं! एक ही घर के पाँच सदस्यों में से बेटा भोजपुरी में सवाल करता है तो बाप अवधी में जवाब देता है ! हमारी भाषाओं पर रहम करो भाई।”




इस ट्वीट के बाद सोशल मीडिया पर लोगो की तरफ से काफी अच्छी प्रतिक्रियाएं मिल रही है। एक यूजर ने कुमार विश्वास के ट्वीट के कॉमेंट बॉक्स मे लिखा,’ हरियाणवी तो इस बार सुना है पाताल लोक में सही बोली, वरना हरियाणवी का सबसे ज़्यादा सत्यानाश करते थे। अरे ताऊ बोलने को हरियाणवी बोलना समझते थे।’ इस ट्वीट का जवाब देते हुए कुमार विश्‍वास ने लिखा,’ वो शायद इसलिए कि @JaideepAhlawat खुद हरियाणा के ही हैं !’



इस कड़ी मे  एक और यूजर ने लिखा,’ हमें तो बाद में पता चला है कि हम अवधी बोलते है हम किसी से पूछते थे तो वह सब बोलते की ये ठेठ भाषा है किसी को पता नहीं है कौनसी भाषा बोलते हैं यहां तक कि अभी भी हमारे पूरे गांव में “केहू से पुछिहन कवन भाषा बोलत थेन। केव अईसन ना मिलिहन ” जो बता सके अब तो सब जैसे भोजपुरी हो गए हैं दुखद।’


एक यूजर ने लिखा,’ श्रीमान, भाषा का ज्ञान होना सबके बस की बात नहीं है। यह Hinglish पढ़ने वाले लोग हैं जिनके दिमाग में बात नहीं जाएगी। भाषा के ज्ञान के लिए भाषा को पढ़ना पड़ता है समझना पड़ता है। इसलिए आप जैसे ज्ञानी पुरुष बहुत सीमित हैं, प्रणाम आपको। आपसे प्रेणना मिलती है हिंदी में लिखने की।’


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