नई पहल: भारत-आस्ट्रेलिया के बीच वर्चुअल मीटिंग के दौरान 9 समझौतों पर हस्ताक्षर



ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच गुरुवार को वर्चुअल समिट हुआ।


नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बीच गुरुवार को वर्चुअल समिट हुआ। इस दौरान स्कॉट मॉरिसन ने शुरुआत में ही कहा कि वह भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विशेष तरीके से गले लगाने (स्पेशल हग) को मिस कर रहे हैं।


इस दौरान दोनों के बीच दोनों देशों के बीच व्यापार और कूटनीति को लकेर द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने को लेकर चर्चा हुई और कोरोना संकट में दोनों देशों के भागीदारों के बीच विश्वास बनाए रखने पर भी बात हुई। इस दौरान दोनों देशों की ओर से 9 दस्तावेजों पर हस्ताक्षर भी किए गए।


स्कॉट मॉरिसन ने इस दौरान कहा कि मैं आपको (मोदी) को भारत के भीतर ही नहीं बल्कि पूरे जी -20, इंडो-पैसिफिक और स्थिर, रचनात्मक और बहुत सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए धन्यवाद देता हूं, जो आपने बहुत कठिन समय में निभाई है।


मॉरिसन ने यह भी कहा कि हम एक खुले, समावेशी और समृद्ध इंडो-पैसिफिक और उस क्षेत्र में भारत की भूमिका के लिए प्रतिबद्ध हैं, हमारा क्षेत्र आने वाले वर्षों में महत्वपूर्ण होगा। उन्होंने कहा कि हम एक महासागर साझा करते हैं और हम उस महासागर के लिए, उसके स्वास्थ्य, कल्याण और सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी साझा करते हैं। हमारे समुद्री क्षेत्र में उन मुद्दों के बारे में जो संबंध हम बना रहे हैं, मुझे लगता है कि हमारे देशों के बीच कई अन्य चीजों के लिए मंच है।


इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वह डब्ल्यूएचओ के कार्यकारी बोर्ड के चेयरमैन का पदभार ग्रहण करने के लिए भारत के नेतृत्व की सराहना करते हैं। यह उस बोर्ड की अध्यक्षता करने का एक बहुत ही महत्वपूर्ण समय है और मुझे इसमें कोई संदेह नहीं है कि भारत का नेतृत्व विशेष रूप से स्वास्थ्य क्षेत्र में विश्व स्तर पर कठिन समस्याओं से निपटने में महत्वपूर्ण होगा।


मॉरिसन से वह इस डिजिटल माध्यम से मिलकर खुश हैं लेकिन थोड़ी निराशा भी है। क्योंकि हमें भारत में आपका स्वागत करने का मौका नहीं मिला। पहले जनवरी और फिर पिछले महीने आपकी प्रतीक्षा कर रहे थे। लेकिन दोनों ही बार यात्रा स्थगित करनी पड़ी। हमारी यह मुलाकात आपकी भारत यात्रा का स्थान नहीं ले सकती। मोदी ने कहा कि ‘एक मित्र के नाते मेरी गुजारिश है कि आप स्थिति सुधरने के साथ सपरिवार भारत आएं।‘


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