क्वारंटाइन सेंटर में अकेले समय काटना हो रहा था मुश्किल इसलिए युवक ने शुरू किया काम, मिल रही सबकी सराहना



 

दुर्ग. ग्राम पंचायत पहंडोर के प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक शाला परिसर को क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया है। यहां अन्य जगहों से गांव में आ रहे लोगों को क्वारंटाइन कर रखा जा रहा है। युवक यमन कुमार मढ़रिया भी लॉक डाउन के दौरान कामकाज के सिलसिले में उड़ीसा में रह गया था। लॉक डाउन में रियायत के बाद वह अपने गृहग्राम पहंडोर लौटा है। शासन के निर्देश के मुताबिक यमन को स्कूल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया है, लेकिन यमन स्कूल में अकेला है। इस अकेलेपन की परेशानी से बचने युवक ने पर्यावरण संरक्षण का काम शुरू किया है। यमन नियमित रूप से स्कूल परिसर की सफाई करता है। इसके अलावा परिसर में लगे पौधों को सुव्यवस्थित रोपकर, पुराने पौधों को पानी दे रहा है।
समर्पण देखकर सभी अचंभित
स्कूल के प्रधान पाठक लक्ष्मण कुमार देवांगन बच्चों को सूखा राशन वितरण करने पहुंचे तो स्कूल की हरियालीऔर युवक का काम के प्रति समर्पण देखकर अचंभित हो गए। पूछताछ में यमन के काम का पता चला। प्रधान पाठक ने पौधों पर पानी डालते देखकर उनकी भावनाओं को सराहना की और उसकी तस्वीरें खींचकर ग्रामीणों को दिखाया। 
स्कूल का है पुराना विद्यार्थी
विद्यालय के शिक्षक ममता साहू ने बताया कि यमन पूर्व में विद्यालय का विद्यार्थी रह चुका है। अपने पुराने स्कूल के प्रति यमन के इस भावना को ग्रामीण भी सराह रहे हैं। शिक्षक ओमप्रकाश पाण्डेय ने बताया कि यमन की सेवा भावना की पहंडोर के सरपंच पुरुषोत्तम मढ़रिया, शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष और सदस्यों ने भी सराहना की है। शिक्षकों ने कहा कि स्कूल बंद होने के बाद भी यमन ने हरियाली को सहेजकर रखा है। इसे स्कूल खुलने के बाद भी आगे बढ़ाया जाएगा।

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