क्या है राजीव गांधी फाउंडेशन? चीन से चंदे को लेकर मचा है हंगामा





राजीव गांधी फाउंडेशन इन दिनों काफी चर्चा में है। फाउंडेशन को मिले चंदों को लेकर विवाद खड़े हो गए हैं। बीजेपी कांग्रेस पार्टी और गांधी परिवार को लेकर हमलावर है। बीजेपी का आरोप है कि यूपीए सरकार के दौरान फाउंडेशन को प्रधानमंत्री राहत कोष से फंड ट्रांसफर किया गया तो चीन से भी इसे धन लिया गया। आखिर क्या है राजीव गांधी फाउंडेशन? क्या है इसका कामकाज? और क्या है इस पर मचा हंगामा? आइए जानते हैं...

क्या है राजीव गांधी फाउंडेशन?
पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के विजन और सपनों को पूरा करने के लिए उनके नाम से इस फाउंडेशन की शुरुआत 21 जून 1991 को की गई थी। राजीव गांधी फाउंडेशन की वेबसाइट पर बताया गया है कि 1991 से 2009 तक फाउंडेशन ने स्वास्थ्य, शिक्षा, विज्ञान और तकनीक, महिला एवं बाल विकास, अपंगता सहयोग, शारीरिक रूप से निशक्तों की सहायता, पंजायती राज, प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन आदि क्षेत्रों में काम किया। 2010 में फाउंडेशन ने शिक्षा क्षेत्र पर फोकस करने का फैसला किया। संघर्ष से प्रभावित बच्चों को शैक्षणिक मदद, शारीरिक रूप से निशक्त युवाओं की गतिशीलता बढ़ाने और मेधावी भारतीय बच्चों को कैंब्रिज में पढ़ने हेतु वित्तीय सहायता आदि जैसे कार्यक्रम फाउंडेशन की ओर से चलाए जाते हैं। 

कौन हैं ट्रस्टी?
राजीव गांधी फाउंडेशन की अध्यक्ष सोनिया गांधी हैं। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह, पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम, मोंटेक सिंह अहलूवालिया, सुमन दुबे, राहुल गांधी, डॉ. शेखर राहा, प्रोफेसर एमएस स्वामीनाथन, डॉक्टर अशोक गांगुली, संजीव गोयनका और प्रियंका गांधी वाड्रा भी फाउंडेशन के ट्रस्टी हैं।

चीन से चंदे पर हंगामा
सत्ताधारी दल भारतीय जनता पार्टी (पार्टी) ने फाउंडेशन को मिले चंदे को लेकर सवाल खड़े किए हैं। चीन से चल रहे तनाव के बीच बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आरोप लगाया है कि चीन जैसे देश से राजीव गांधी फाउंडेशन ने दान लिया। उन्होंने 25 जून को एक वर्चुअल रैली के दौरान कहा कि 2005-06 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास से 3 लाख अमेरिकी डॉलर लिए। नड्डा ने शनिवार को एक बार फिर कांग्रेस पर आरोप दोहराए। उन्होंने कांग्रेस और चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के बीच करीबी संबंध के आरोप लगाते हुए पूछा कि दोनों के बीच हस्ताक्षरित और अहस्ताक्षरित एमओयू क्या है? आरजीएफ ने इंटरनेशनल एसोसिएशन फॉर इंटरनेशनल फ्रैंडली कांटैक्ट के साथ काम किया। यह संगठन चीन के सेंट्रल मिलिट्री कमीशन ऑफ चाइना से जुड़ा है। इसका उद्देश्य दूसरे देशों के नेताओं की आवाजों को दबाना है।

Jagat Prakash Nadda

@JPNadda

मैं हैरान हूं कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने 2005-06 में पीपुल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना और चीनी दूतावास से 3 लाख अमरीकी डालर प्राप्त किए। यह कांग्रेस और चीन का गुप्त संबंध है।


नड्डा ने कहा है कि लक्जमबर्ग जैसे टैक्स हैवन ने भी 2006 से 2009 के बीच हर साल दान किया। ऐसे एनजीओ और कंपनियों ने भी फाउंडेशन को दान दिए, जिनके गहरे हित थे। आखिर सोनिया गांधी की अध्यक्षता वाले राजीव गांधी फाउंडेशन ने चीन सरकार, दूतावास से क्यों पैसे लिए? क्या पैसों के लिए राष्ट्रीय हितों को कुबार्न करना शर्मनाक नहीं है?

पीएम राहत कोष से फंड ट्रांसफर का आरोप
बीजेपी का आरोप है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में 2005-2008 के बीच पीएम राहत कोष से राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा ट्रासंफर किया गया। नड्डा ने कहा है कि राजीव गांधी फाउंडेशन ने कई कॉर्पोरेट से भारी पैसा लिया। बदले में सरकार ने कई ठेके दिए। बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि यूपीए शासन में कई केंद्रीय मंत्रालयों के साथ सेल, गेल, एसबीआई आदि पर राजीव गांधी फाउंडेशन को पैसा देने के लिए दबाव बनाया गया। देश की जनता इसका कारण जानना चाहती है। 

और भी कई आरोप
जेपी नड्डा ने कहा, ''राजीव गांधी फाउंडेशन न केवल घोटालों से पैसा लेता है बल्कि अपने संगठनों को भी देता है। राजीव गांधी फाउंडेशन ने परिवार द्वारा संचालित राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट और क्रिश्चियन मिशनरी वर्ल्ड विजन को पैसे क्यों दिए? नड्डा ने कहा कि मेहुल चौकसी ने भी आरजीएफ को पैसा दिया। उन्होंने पूछा कि आखिर मेहुल चौकसी का फाउंडेशन से क्या संबंध है।

क्या है कांग्रेस की प्रतिक्रिया?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा के 'राजीव गांधी फाउंडेशन' से जुड़े आरोपों को लेकर शनिवार को पलटवार किया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल किया कि क्या आरजीएफ द्वारा चीन को पैसा लौटा देने से लद्दाख में चीनी सेना का अतिक्रमण खत्म हो जाएगा और पूर्व की यथास्थिति बहाल हो जाएगी? 

पूर्व गृह मंत्री ने सवाल किया, ''आरजीएफ को 15 साल पहले मिले अनुदान का मोदी सरकार के तहत 2020 में चीन के भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने से क्या लेनादेना है? मान लीजिए कि आरजीएफ 20 लाख रुपये लौटा देती है, तो क्या प्रधानमंत्री (नरेंद्र) मोदी देश को भरोसा दिलाएंगे कि चीन अपना अतिक्रमण खाली करेगा और पूर्व की यथास्थिति बहाल करेगा? कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भाजपा पर चीनी घुसपैठ से ध्यान भटकाने का आरोप लगाया और कहा कि दिव्यांगों के कल्याण और भारत-चीन संबंधों पर शोध के लिए आरजीएफ को यह अनुदान मिला था और रिटर्न फाइल करने के दौरान इसका उल्लेख किया गया था। 

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