तनाव बरकरार है। चाइना के साथ सरहद पर टेंशन के बीच हिंदुस्तान को रूस का साथ मिला है। सूत्रों के अनुसार, रूस ने चाइना के साथ सीमा पर जारी विवाद के बीच हिंदुस्तान को उसके प्रयासों में अपने समर्थन का आश्वासन दिया है। रूस ने बोला कि हिंदुस्तान व चाइना दोनों ही उसके करीबी पार्टनर व दोस्त हैं।
इतना ही नहीं रूसी उप विदेश मंत्री इगोर मोर्गुलोव ने भारतीय राजदूत रूस बाला वेंकटेश वर्मा के साथ भारत-चीन सीमा टकराव पर अपनी रिएक्शन भी दी है।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा, 'जैसा कि हम पहले से जानते हैं कि हिंदुस्तान व चाइना के सैन्य प्रतिनिधियों ने सम्पर्क किया है,। वे इस स्थिति पर चर्चा कर रहे हैं, इसे खत्म करने के तरीकों पर चर्चा कर रहे हैं। हम इसका स्वागत करते हैं। '
राजदूत कुदाशेव ने एक ट्वीट में कहा, "हम एलएसी में डी-एस्केलेशन के उद्देश्य से सभी चरणों का स्वागत करते हैं, जिसमें दो विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता भी शामिल है व आशावादी बने रहें। ' जबकि रूसी DCM ने कहा, 'हम आशा करते हैं कि तनाव जल्द ही समाप्त हो जाएगा, व दोनों पक्ष योगदान की क्षमता को ध्यान में रखते हुए एक रचनात्मक संवाद भी बनाए रखेंगे। रूस का मानना है कि यह क्षेत्र के लिए जरूरी है। '
आपको बता दें कि हिंदुस्तान व रूस के बीच मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। दोनों देश एक-दूसरे के समर्थन में हमेशा साथ खड़े होते हैं। भारतीय पीएम नरेंद्र मोदी व रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दोनों ने इस वर्ष कई बार एक-दूसरे से बात की है, जिसमें कोरोना वायरस अहम मामला रहा है।
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