मोहसिन रज़ा (L), प्रियंका गांधी.
लखनऊ: कानपुर के एक शेल्टर होम में 57 बच्चियों के कोरोना संक्रमित मिलने और इनमें से कुछ के गर्भवती होने के मामले में राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को कानपुर शेल्टर होम केस के संबंध में की गई उनकी एक फेसबुक पोस्ट के लिए उत्तर प्रदेश बाल संरक्षण आयोग ने उन्हें नोटिस भेजा था.
नोटिस मिलने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्विटर पर योगी सरकार को कार्रवाई करने की चुनौती देते हुए लिखा कि वह इंदिरा गांधी की पोती हैं, डरने वाली नहीं हैं. प्रियंका के खुद को इंदिरा गांधी की पोती बताने वाले ट्वीट पर योगी सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मोहसिन रज़ा ने जवाब दिया.
Priyanka Gandhi Vadra
✔@priyankagandhi
जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियाँ देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है।..
Priyanka Gandhi Vadra
✔@priyankagandhi
जनता के एक सेवक के रूप में मेरा कर्तव्य यूपी की जनता के प्रति है, और वह कर्तव्य सच्चाई को उनके सामने रखने का है। किसी सरकारी प्रॉपगैंडा को आगे रखना नहीं है। यूपी सरकार अपने अन्य विभागों द्वारा मुझे फिज़ूल की धमकियाँ देकर अपना समय व्यर्थ कर रही है।..
Priyanka Gandhi Vadra✔@priyankagandhi
.. जो भी कार्यवाही करना चाहते हैं, बेशक करें। मैं सच्चाई सामने रखती रहूँगी। मैं इंदिरा गांधी की पोती हूँ, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं।..
मोहसिन रज़ा ने प्रियंका के ट्वीट पर कॉमेंट करते हुए लिखा, ''निःसंदेह आप इंदिरा जी की पोती हैं. परन्तु देश को यह बताने में संकोच करना छोड़िए कि आप के दादा फिरोज जहाँगीर जी थे.'' प्रियंका ने ट्वीट किया था, ''जो भी कार्रवाई करना चाहते हैं, बेशक करें. मैं सच्चाई सामने रखती रहूँगी. मैं इंदिरा गांधी की पोती हूँ, कुछ विपक्ष के नेताओं की तरह भाजपा की अघोषित प्रवक्ता नहीं.''
Mohsin Raza
✔@Mohsinrazabjpup
निःसंदेह आप इंदिरा जी की पोती हैं परन्तु देश को यह बताने में संकोच करना छोड़िये की आप के दादा फ़िरोज़ जहाँगीर जी थे।
आपको बता दें कि बीते दिनों प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने एक फेसबुक पोस्ट में कानपुर शेल्टर होम में नाबालिग लड़कियों के गर्भवती होने और कुछ के एचआईवी और हेपेटाइटिस सी से संक्रमित होने का मुद्दा उठाया था. हालांकि, योगी सरकार का इस मामले में कहना है कि बच्चियां पहले से ही गर्भवती थीं. ये सभी पॉक्सो एक्ट (Protection of Children from Sexual Offences (POCSO) Act, 2012) के अंतर्गत शेल्टर होम में लाई गई थीं. इन सभी बच्चियों के आरोपियों पर पॉक्सो एक्ट (POCSO ACT) के अंतर्गत कार्रवाई हुई है और कोर्ट केस चल रहा है.
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