बैंकों ने गोल्ड लोन पर ब्याज दर घटाया, घर में रखा सोना देगा आपके बिजनेस को गति, कोई भी कर सकता है आवेदन



भिलाई. कोरोना संकट (Coronavirus in chhattisgarh) और लॉकडाउन (COVID Lockdown)के इस दौर में व्यापारियों को बड़ा सहारा गोल्ड लोन दे रहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण के बाद व्यापारियों को वापस बिजनेस में जमने के लिए सहारा जरूरी था। इस बीच देश के राष्ट्रीयकृत बैंकों (Nationalised bank)ने गोल्ड लोन पर ब्याज दर घटा दिया। दूसरी ओर गोल्ड के दाम बढ़े हैं। ऐसे में दुकानदार इसे बेहतर अवसर मान रहे हैं।

क्या है गोल्ड लोन
व्यापारियों के सामने जब पैसे का संकट खड़ा हो जाता है और कोई दूसरा रास्ता नहीं बचता तब वे लोग घर में रखे सोने को गिरवी रख नकद संकट दूर करने की कोशिश करते हैं। इसे गोल्ड लोन कहते हैं। वैसे तो गोल्ड लोन के लिए अक्सर लोग ज्वैलर्स का सहारा लेते हैं, लेकिन वर्तमान में जिस तरह से बैंकों ने गोल्ड लोन पर नए ऑफर ब्याज कम के दिए हैं, उससे लोगों का झुकाव उस दिशा में भी बढ़ा है।

संपर्क कर रहे हैं व्यापारी
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अधिकारी ने बताया कि बैंक में लगातार व्यापारी फोन कर व खुद आकर भी गोल्ड लोन के संबंध में पूरी जानकारी ले रहे हैं। वे इसको लेकर पूरा प्रोसेस जानना चाहते हैं। जिससे जल्द से जल्द लोन उनको मिल सके। इसके लिए रिजनल ऑफिस उनको भेजा जा रहा है। गोल्ड लोन का ब्याज कम होने के बाद से लोगों ने संपर्क करना बढ़ा दिया है।

लोन लेने की राशि और ब्याज दर 
गोल्ड लोन स्कीम के तहत सोने पर न्यूनतम 20,000 रुपए से लेकर 20 लाख रुपए तक का कर्ज उठाया जा सकता है। खासकर इस समय में पर्सनल गोल्ड लोन स्कीम के लिए ब्याज दर 7.75 वार्षिक की गई है। इसके अलावा बैंक केवल अपने हाउसिंग लोन कस्टमर्स के लिए एक्सक्लूसिव गोल्ड लोन प्रॉडक्ट रियल्टी गोल्ड लोन की भी पेशकश करता है। इसके लिए ब्याज दर 7.25 फीसदी सालाना है। एसबीआई की यह दोनों ब्याज दरें 15 जुलाई 2020 तक मान्य रहेंगी।

पहले था 12 फीसदी ब्याज 
युवा उद्यमी ललित देवांगन ने बताया कि वे भी गोल्ड लोन के संबंध में जानकारी लेने बैंक आए हैं। इसका ब्याज कभी 12 फीसदी तक हुआ करता था। अब घटकर 7.75 तक हो गया है। जब व्यापार डगमगा रहा है, तब यह बड़ा सहारा है। इससे वापस खड़ा हो सकते हैं। इसके प्रोसेस को और आसान करने की जरूरत है, साथ ही प्रति 10 ग्राम सोने पर दिए जाने वाले रकम को बढ़ाना चाहिए। जिससे और अधिक लोग इसके सहारे अपने व्यापार को चमका सकें।

कोई भी कर सकता है गोल्ड लोन के लिए आवेदन 
पर्सनल गोल्ड लोन स्कीम के तीन वेरिएंट- गोल्ड लोन, लिक्विड गोल्ड लोन और बुलेट रिपेमेंट गोल्ड लोन हैं। गोल्ड और लिक्विड गोल्ड लोन दोनों वेरिएंट में पुनर्भुगतान की अवधि अधिकतम 36 माह है। वहीं बुलेट रिपेमेंट गोल्ड लोन में यह अवधि अधिकतम 12 माह है। बैंक के अधिकारियों के मुताबिक रिपेमेंट मोड की बात करें तो गोल्ड लोन वेरिएंट के तहत मूलधन और ब्याज की अदायगी लोन डिस्बर्समेंट के अगले महीने से शुरू होगी। लिक्विड गोल्ड लोन के तहत लेन-देन की सुविधा और मासिक ब्याज के साथ ओवरड्राफ्ट खाता उपलब्ध कराया जाएगा। बुलेट रिपेमेंट गोल्ड लोन वेरिएंट में कर्ज अदायगी लोन की अवधि खत्म होने पर या उससे पहले खाता बंद करने पर एकमुश्त हो सकती है। गोल्ड लोन स्कीम के तहत 18 साल से अधिक उम्र के सभी व्यक्ति एसबीआई पर्सनल गोल्ड लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। आवेदन एकल या संयुक्त आधार पर किया जा सकता है। इसके लिए आय का प्रमाण देने की जरूरत भी नहीं है।

बैंक दे रहे लोन 
भिलाई में कुछ बैंक गोल्ड लोन स्कीम चला रहे हैं। जिसके तहत नागरिक मुश्किल घड़ी में बैंक को सोना गिरवी रख उस पर लोन ले सकते हैं। जिसमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, देना बैंक वगैरह शामिल हैं। इसके साथ-साथ निजी फैयनेंस कंपनी भी यह काम कर रही है। एसबीआई ने पर्सनल गोल्ड लोन स्कीम पेश की है। जिसको लेकर लोग आकर्षित हो रहे हैं। सोना खरीदना लोगों को पसंद है। इसे महज खूबसूरती बढ़ाने वाले आभूषणों के रूप में ही नहीं खरीदा जाता, बल्कि एक सुरक्षित निवेश का विकल्प भी समझा जाता है। खासकर संकट के दौर में खड़ा होने के लिए व्यापारी गोल्ड खरीदकर रखते हैं। अब वे ताकत के साथ वापस लौटने के लिए इसका इस्तेमाल करने जा रहे हैं।

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