भारत की खातिर भिड़ सकते हैं रूस और अमेरिका, परमाणु हथ‍ि‍यारों से लैस फाइटर जेट हुए तैनात



भारत की खातिर अब रूस और अमेरिका में जंग हो सकती है क्योंकि रूस के भेजे हुए परमाणु फाइटर जेट्स को अमेरिका ने रास्ते से ही भगा दिया है। आपको बता दें कि दुनिया के 90 फीसदी परमाणु हथियारों पर अमेरिका और रूस का कब्जा है और अब इनके बीच तनाव बढ़ता हो गया है। इस समय अमेरिका और रूस दोनों के ही फाइटर जेट लगातार एक-दूसरे की हवाई सीमा के पास आ रहे हैं। बताया गया है कि अमेरिका के अलास्‍का राज्‍य के पास में ऐसी ही घटना हुई है। अलास्‍का तट के पास अमेरिकी स्‍टील्‍थ फाइटर जेट ने रूसी बमवर्षक विमानों को खदेड़ दिया। रूस के विमान हमेशा परमाणु हथियारों से लैस रहते हैं।

यूएस एयरफोर्स ने के मुताबि​क रूस के विमानों के घुसपैठ की यह घटना बुधवार की है। रूसी विमान दो बार अलास्‍का तट पर पहुंचे जिन्‍हें अमेरिकी F-22 रैप्‍टर विमानों ने खदेड़ दिया। ये विमान अमेरिका के सबसे आधुनिक फाइटर जेट माने जाते हैं। इस सप्‍ताह यह दूसरी बार और इस साल कुल 8वीं बार रूसी विमान अलास्‍का के तट पर पहुंचे हैं।

अमेरिकी बमवर्षक विमानों ने हाल ही में काला सागर के ऊपर उड़ान भरी थी, उस समय रूसी विमानों ने अमेरिकी विमानों को खदेड़ दिया था। अमेरिकी वायुसेना के अनुसार रूस के विमान अलास्‍का में 20 नाट‍िकल मील की सीमा में पहुंच गए थे। रूसी विमानों के बेड़े में दो TU-95 बमवर्षक विमान, दो सुखोई-35 विमान और एक A-50 हवाई निगरानी और चेतावनी विमान शामिल था। TU-95 बमवर्षक विमान परमाणु बम ले जाने में सक्षम है।

अमेरिकी वायुसेना का कहना है कि रूस के फाइटर जेट पूरे समय अंतरराष्‍ट्रीय वायुक्षेत्र में ही रहे और उन्‍होंने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं किया। अमेरिका ने इस इलाके में हवाई प्रतिरक्षा पहचान जोन बना रखा है लेकिन रूसी विमानों को अंतरराष्‍ट्रीय सीमा तक उड़ान भरने की अनुमति दी गई। खबर है कि इस साल ऐसा 8वीं बार हुआ है जब रूसी फाइटर विमानों ने कनाडा या अलास्‍का के इतने करीब तक उड़ान भरी है।

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