नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश की सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए सड़को पर बसों पर पूरी क्षमता के साथ चलाने का फैसला किया है. बसों में किसी भी यात्री को खड़े होकर यात्रा करने की इजाजत नहीं होगी। हर यात्री को मास्क, सैनिटिजेशन और सामाजिक दुरी का पूरा ख्याल रखना होगा। परिवहन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जानकारी दी है कि बसें अपनी 100 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगी।
परिवहन विभाग की बैठक में शामिल हुए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि सरकार किराए में बढ़ोतरी करने के बारे में विचार कर रही है और इसलिए विभाग से प्रस्ताव माँगा गया है. राज्य में राज्य में पायलट आधार पर ई-परिवहन व्यवस्था शुरू की जाएगी। इससे परमिट के नवीकरण, ड्राइविंग लाइसेंस, पंजीकरण प्रमाण पत्र और प्री-पेड टैक्सी प्रबंधन आदि की सुविधाएं मिलेंगी। महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा के लिए वाहनों में स्थान आधारित ट्रैकिंग उपकरण लगेंगे।
केंद्रीय सड़क यातायात एवं उच्च मार्ग मंत्रालय ने कमांड और कंट्रोल प्रणाली स्थापित करने के लिए प्रदेश के परिवहन विभाग के 5.49 करोड़ रुपये प्रदान किए हैं। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम के बेड़े में शीघ्र ही 250 नई बसें शामिल की जाएंगी, जिनमें 100 इलेक्ट्रिक बसें भी शामिल हैं।
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