कैसे हो बॉलीवुड बराबरी का मैदान? अभिषेक बोले, गलत आदमी से पूछा ये सवाल



अभिषेक बच्चन


अभिषेक बच्चन अपनी वेबसीरीज ब्रीद 2 को लेकर चर्चा में हैं. इस साइकोलॉजिकल थ्रिलर सीरीज के साथ ही अभिषेक ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपना डेब्यू करने जा रहे हैं. उन्होंने हाल ही में बॉलीवुड में 20 साल भी पूरे किए हैं. सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद से ही इस बात को लेकर लगातार चर्चाएं हो रही हैं कि कैसे फिल्म इंडस्ट्री को एक निष्पक्ष जगह बनाया जाए. अभिषेक बच्चन ने भी अपनी वेबसीरीज के प्रमोशन्स के दौरान इस मुद्दे पर बात की.


फिल्म कंपैनियन के साथ इंटरव्यू में अभिषेक से पूछा गया कि आखिर कैसे फिल्म इंडस्ट्री को एक बराबरी का मैदान बनाया जाए? इस पर बात करते हुए एक्टर ने कहा, मुझे लगता है कि आप ये सवाल गलत इंसान से पूछ रहे हैं क्योंकि मैं इस फिल्म इंडस्ट्री में पला-बढ़ा हूं और इसका हिस्सा हूं. मैं यहां 44 सालों से हूं और ये मेरा फैमिली बिजनेस है.

अभिषेक ने आगे कहा कि मेरा परिवार जो कुछ भी आज है वो सिर्फ दर्शकों की मेहरबानी और उनके प्यार के चलते है तो उस सेंस में हमें पब्लिक सर्वेंट्स होने का एहसास होता है क्योंकि वे अपनी मेहनत की कमाई हमारी फिल्मों को देखने में लगाते हैं. तो ये ऑडियन्स फैसला करती है कि किसे काम मिलेगा और किसे नहीं. वे ही फैसला करते हैं कि किसी फिल्म की टिकट को खरीदा जाए या नहीं और ये एक सच्चाई है जो सबको समझने की जरूरत है.

अभिषेक बोले, परिस्थितियां कैसी भी हों, कभी हार नहीं माननी चाहिए

अभिषेक ने कहा कि जो भी इंसान इससे इतर सोचता है वो सही से इस बारे में नहीं सोच रहा है. अभिषेक ने इसके अलावा अपनी लाइफ के सबसे बड़े पाठ के बारे में बात की और कहा कि मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा सबक यही है कि इंसान को किसी भी हालत में हिम्मत नहीं हारनी चाहिए और इंसान को हमेशा पॉजिटिव रहना चाहिए और अपनी काबिलियत पर भरोसा रखना चाहिए.

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