गूगल के मालिक (Google owner) और उसे बनाने वाले लेरी पेज (Larry page) और सेर्गेय ब्रिन (Sergey brin) हैं. इन दोनों दोस्तों ने मिलकर आपके लिए कमाल का सर्च इंजन गूगल (Search Engine Google) तैयार किया.
Google हमारी लाइफ का एक ऐसा हिस्सा बन गया है जिससे हम चाहकर भी दूर नहीं हो सकते. कोई वीडियो देखना हो, कोई जानकारी ढूंढना हो, न्यूज़ देखना हो, सबकुछ गूगल पर मिल जाता है.
गूगल कई सालों से अपने प्रॉडक्ट और सर्विस के जरिये हमारी जिंदगी को आसान बनाता आया है. लेकिन क्या आप जानते हैं की सबकी जिंदगी को आसान बनाने वाला गूगल कैसे बना? गूगल के मालिक कौन है?
गूगल के मालिक कौन हैं? (Owner of Google?)
गूगल के मालिक (Google owner) और उसे बनाने वाले लेरी पेज (Larry page) और सेर्गेय ब्रिन (Sergey brin) हैं. इन दोनों दोस्तों ने मिलकर आपके लिए कमाल का सर्च इंजन गूगल (Search Engine Google) तैयार किया.
आज गूगल कम्प्यूूटर, मोबाइल और इटनरनेट तीनों तरह से अपनी सेवाएं दे रहा है. गूगल इन्टरनेट पर एक सर्च इंजन है. कम्प्यूूटर के लिए गूगल का क्रोम एक ब्राउज़र है. और मोबाइल में एंड्रॉइड गूगल की ही देन है.
लेरी पेज की कहानी (Larry Page Story)
लेरी पेज (Larry Page Birth) का जन्म 26 मार्च 1973 को मिशिगन संयुक्त राज्य अमेरिका के एक यहूदी परिवार में हुआ था. इनके माता और पिता दोनों ही कम्प्यूूटर विशेषज्ञ थे.
इनकी बचपन की पढ़ाई मिशिगन से ही हुई. लेरी का बचपन से इन्टरेस्ट कम्प्यूूटर और सॉफ्टवेयर में थी. जिस उम्र में बच्चे विडियो गेम खेलते थे उस उम्र में उन्होंंने वर्ड प्रॉसेसर से संबन्धित एक प्रोजेक्ट पूरा किया.
गूगल कैसे बना? (How Google invented?)
लेरी पेज जब अपनी कॉलेज की पढ़ाई के लिए स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी गए वहां उनकी मुलाक़ात सेर्गेय ब्रिन से हुई. इन दोनों ने मिलकर ही गूगल का काम शुरू किया.
लेरी को इन्टरनेट और सॉफ्टवेयर में रुचि थी. उन्होंंने कॉलेज में वर्ल्ड वाइड वेब की लिंक संरचना विषय पर पीएचडी की. लेरी ने अपनी रिसर्च में इस बात को पता लगाने पर जो दिया की कौन से वेब पेज एक दिए गए पेज के साथ लिंक होते हैं.
वे ऐसा कुछ बनाना चाहते थे जिससे भेजी गई रिक्वेस्ट के आधार पर वेब की प्रत्येक बैकलिंक की गिनती हो और उसकी रेंक प्राप्त हो. उनका सोचना था की अगर ऐसा हुआ तो इन्टरनेट एक मूल्यवान स्थान बन जाएगा और इसका उपयोग भी बढ़ जाएगा.
लेरी और सेर्गेय ने करीब चार साल तक मेहनत की और इसके बाद पेज रेंक एल्गोरिथम तैयार किया. उन्होने एल्गोरिथम तैयार तो किया लेकिन इस एल्गोरिथम को प्रस्तुत करने वाला सर्च इंजन नहीं था.
उनका सोचना था की सर्च इंजन ऐसा हो जो सभी वेबलिंक को आपकी जरूरत के हिसाब से बता सके. उन्होने अपनी सोच को हकीकत में बदला और 4 सितंबर 1998 में गूगल को लॉंच कर दिया.
गूगल का क्या मतलब है? (Meaning of Google?)
गूगल मार्केट में आते ही छा गया और आज तक गूगल सबसे ज्यादा चलने वाले सर्च इंजन में टॉप पर है. कई लोग गूगल पर आते हैं सिर्फ अपने काम की चीज को सर्च करने के लिए लेकिन काफी सारे लोग सोचते हैं की गूगल का नाम गूगल क्यों है?
दरअसल गूगल का नाम गणित के एक शब्द गोगोल से लिया गया है. इसका मतलब होता है 1 के आगे 100 शून्य. इसे गूगल में इसलिए उपयोग किया गया क्योंकि गूगल एक ऐसी जगह है जहां आप जो जानकारी चाहते हैं उससे संबन्धित ढेर सारी बैकलिंक है.
गूगल की कमाई कैसे होती है? (How Google Earn Money?)
गूगल दुनिया का सबसे ज्यादा चलने वाला सर्च इंजन है, लेकिन इसकी कमाई कैसे होती है? काफी सारे लोग यह जानना चाहते हैं. गूगल की कमाई का प्रमुख स्त्रोत विज्ञापन हैं. गूगल पर आप किसी भी साइट पर जाते हैं तो आपको विज्ञापन नजर आते हैं.
इन विज्ञापन को गूगल द्वारा ही लगाया जाता है. जो व्यक्ति विज्ञापन दिखाना चाहते हैं वो गूगल एडवर्ड पर आते हैं और अपने विज्ञापन दे देते हैं और जो लोग अपनी साइट पर विज्ञापन दिखाना चाहते हैं वो गूगल एडसेंस पर जाकर उस एड को लेकर अपनी साइट पर लगाते हैं.
ऐसे में गूगल विज्ञापन से कमाई का कुछ हिस्सा साइट वाले लोगों को देता है और बाकी की कमाई गूगल की होती है. इसी तरह कई प्लेटफॉर्म जैसे यूट्यूब, एंड्रॉइड पर दिखने वाले विज्ञापन गूगल ही दिखाता है.
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