उत्तरी दिल्ली के तिमारपुर इलाके में पबजी की दीवानगी में 15 वर्षीय पोते ने दादा का पूरा बैंक खाता साफ कर दिया। खेल को मजेदार बनाने के लिए उसने एक-दो हजार नहीं बल्कि 2.34 लाख रुपये के ऑनलाइन हथियार खरीद डाले। खाते से रुपये कटने पर बुजुर्ग ने तिमारपुर थाना पुलिस से शिकायत की। साइबर सेल की जांच में पोते की चोरी पकड़ी गई। पबजी बैन होने के बाद से किशोर काफी निराशा था। इसके बाद पुलिस ने उसकी काउंसलिंग कराई।
विज्ञापन
उत्तरी जिला पुलिस उपायुक्त एंटो अल्फोंस ने बताया कि पिछले दिनों बीएसएनएल से सेवानिवृत्त बुजुर्ग ने साइबर ठगी की शिकायत दी थी। पीड़ित ने बताया कि उनके खाते से आठ मई को 2500 रुपये कट गए थे। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की तो पता चला कि उनके खाते से 2500 नहीं बल्कि 2.34 लाख रुपये कटे थे। उनके खाते से रुपये पेटीएम खाते में भेजे गए। पुलिस ने पेटीएम की डिटेल निकाली तो वह बुजुर्ग के पड़ोस में एक नाबालिग लड़के का निकला। पुलिस उस तक पहुंची तो उसने बताया कि वह पेटीएम खाता बुजुर्ग का ही 15 साल का पोता चलाता है।
पुलिस ने बुजुर्ग के पोते की काउंसलिंग कराकर उससे पूछताछ की तो उसने रुपये निकालने की बात स्वीकार कर ली। नाबालिग ने बताया कि उसे पबजी खेलने की लत है। पबजी गेम को नया लुक और खतरनाक हथियार खरीदने के लिए उसने रुपये एक वेबसाइट पर ट्रांसफर किए। चूंकि, दादा का डेबिट कार्ड उसके पास ही रहता था। इसलिए उसे रुपये ट्रांसफर करने में दिक्कत नहीं हुई। किसी को पता न चले इसलिए उसने दादा के मोबाइल पर आए मैसेज भी तुरंत डिलीट कर दिए।
0 Comments