कार्तिक मास आज यानी 1 नवंबर से शुरु होकर 30 नवंबर तक रहेगा। हिंदू धर्म में कार्तिक मास का विशेष महत्व है। यह चतुर्मास का आखिरी महीना होता है। शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में ही धन और धर्म दोनों से संबंधित प्रयोग किए जाते हैं। इसके अलावा दीपदान और कार्तिक स्नान से शुभ फल की प्राप्ति होती है। कहते हैं कि यह मास भगवान विष्णु के साथ मां लक्ष्मी को भी अतिप्रिय होता है। ऐसे में इस माह में कुछ नियमों का पालन किया जाए तो मां लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं और भक्त को किसी चीज की कमी नहीं रहती है।
कार्तिक मास में धन प्राप्ति की मान्यता-
कहते हैं कि कार्तिक मास श्रीहरि और मां लक्ष्मी को अतिप्रिय है। यही कारण है कि इस महीने में धन प्राप्ति की मान्यता है। कहते हैं कि इस महीने में भगवान विष्णु योग निद्रा से जागते हैं और धरती लोक में विचरण कर कृपा बरसाते हैं। इस दौरान मां लक्ष्मी की पूजा करना भी शुभ होता है। मां लक्ष्मी का आशीर्वाद पाने के लिए इस माह में त्रयोदशी, दिपावली और गोपाष्टमी मनाई जाती है।
वैवाहिक जीवन के लिए सुख शांति-
पारिवारिक जीवन के लिए तुलसी पूजा शुभ मानी जाती है। कहते हैं कि मां तुलसी की हर शाम घी या तेल का दीपक जलाना शुभ होता है। मान्यता है कि ऐसा करने से पारिवारिक जीवन खुशहाल होता है।
कार्तिक मास में इन नियमों का करें पालन-
1. कहते हैं कि कार्तिक मास के दौरान अगर आप जमीन में सोते हैं तो मन में पवित्र विचार आते हैं। भूमि में सोना कार्तिक मास का तीसरा प्रमुख काम माना गया है।
2. कहते हैं कि कार्तिक मास में तुलसी के पौधे की पूजा करना शुभ माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान मां तुलसी की पूजा करने से पूजा का फल दो गुना हो जाता है।
3. कार्तिक मास में ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए। कहते हैं कि ऐसा करने से शुभ फल की प्राप्ति होती है।
4. कार्तिक मास के दौरान दीपदान करना उत्तम होता है। कहते हैं कि ऐसा करने से भगवान श्री हरि प्रसन्न होते हैं और अपनी कृपा बरसाते हैं। इस महीने में नदी, तालाब या पोखर में दीपदान करना चाहिए।
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