गायब बच्चों के सीने में है मां के ब्रेन डैड होने का राज़, 2 करोड़ रुपये से जुड़ी है यह पहेली





तनवी के मामा का कहना है कि हमे डर लग रहा है कि पता नहीं कब अस्पताल (Hospital) के लोग ब्रेन डैड (Brain Dead) तनवी को घर ले जाने के लिए बोल दें.


अस्पताल में भर्ती तनवी

नई दिल्ली. 5 दिन से तनवी नाम की यह महिला गंगाराम अस्पताल (Gangaram Hospital) में भर्ती है. कुछ दिन वेंटीलेटर (Ventilator) पर इलाज करने के बाद अब डॉक्टरों ने तनवी को ब्रेन डैड (Brain Dead) घोषित कर दिया है. तनवी के पिता और मामा अब हर पल इस डर के साए में हैं कि पता नहीं कब अस्पताल वाले तनवी को घर ले जाने के लिए बोल दें. वहीं तनवी की 8 साल की मायरा और 7 साल के आहान का भी कोई पता नहीं है. तनवी की यह हालत कैसे हुई यह भी घर वालों को नहीं पता. मां इस हालत में कैसे पहुंची यह सिर्फ बच्चे ही बता सकते हैं, लेकिन वो भी गायब हैं. तनवी के मामा विनोद का आरोप है कि उसकी ससुराल वालों ने उसकी यह हालत की है. दिल्ली पुलिस (Delhi Police) इस मामले की जांच कर रही है.

बेटा तो है नहीं, तो फिर बेटी के नाम क्यों नहीं कर देते जायदाद

थाना रूपनगर में तनवी के पिता विशम्भर दयाल ने एफआईआर दर्ज कराई है. पिता का आरोप है, “तनवी की ससुराल वाले 2 करोड़ रुपये की डिमांड कर रहे थे. छोटी-छोटी डिमांड तो मैं पहले पूरी करता रहा हूं. लेकिन दो करोड़ जैसी बड़ी रकम कहां से देता तो मैंने मना कर दिया. जिस पर तनवी के ससुराल वालों ने कहा कि आपके कोई बेटा तो है नहीं, फिर यह सब कहां ले जाओगे. इसे बेटी के नाम ही कर दो.”

पति एमसीडी में इंजीनियर तो ननद है जज

तनवी के मामा विनोद ने बताया, “तनवी का पित एमसीडी में इंजीनियर है. ससुर भी एमसीडी से बड़े पद से रिटायर हैं. वहीं तनवी की एक ननद दिल्ली में ही जज है. 26 दिसम्बर को इस घटना के बाद महिला आयोग के दखल देने के बाद यह एफआईआर दर्ज हुई थी.


लेकिन उसके बाद से कोई कार्रवाई या किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है. उल्टे दिल्ली पुलिस हमे क्राइम सीन समझाते हुए कहती है कि यह आत्महत्या का मामला है. तनवी की ससुराल वाले भी फरार हो गए हैं.”

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