नई दिल्ली. भारत और ऑस्ट्रेलिया (India vs Australia) के बीच सीरीज का तीसरा टेस्ट मैच सिडनी क्रिकेट ग्राउंड (SCG) में खेला जा रहा है. सिडनी टेस्ट से पहले भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने एक बयान दिया है, जिसके बाद उन्हें सोशल मीडिया पर जमकर ट्रोल किया जा रहा है. शास्त्री ने एक किताब के लॉन्च के मौके पर कहा कि विराट कोहली (Virat Kohli) ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर और बाहर हराने की जो उपलब्धि हासिल की है, वह किसी भारतीय कप्तान (Indian Captain) के हासिल कर पाना काफी लंबे समय तक मुश्किल होगा. शास्त्री के इस बयान पर फैन्स अपने रिएक्शन दे रहे हैं.
क्रिकेट डॉट कॉम डॉट एयू की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोच रवि शास्त्री ने पिछले 71 साल में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज पर अधारित एक किताब लॉन्च के मौके पर विराट कोहली की तारीफों के पुल बांधे. शास्त्री ने कहा, ''71 साल के दिल टूटने के बाद ऑस्ट्रेलिया में भारत की पहली सीरीज जीतने में मिली संतुष्टि बहुत ज्यादा थी. मैं विराट की ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घर और बाहर दोनों में जीत की उपलब्धि को बहुत लंबे समय तक किसी अन्य भारतीय कप्तान द्वारा दोहराता नहीं देख रहा हूं.''
बता दें कि विराट कोहली की कप्तानी में 2018-19 में 71 साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था. शास्त्री उस वक्त भी टीम इंडिया के कोच थे. इसी के साथ विराट कोहली ऑस्ट्रेलिया को पहली बार उसके घर में टेस्ट सीरीज में हराने वाले पहले एशियाई कप्तान बने थे.
कोच रवि शास्त्री ने आगे कहा, ''ऑस्ट्रेलिया में सफलता से लेकर सबसे अच्छी बात यह है कि यह आसानी से नहीं आती है. एक पेशेवर खिलाड़ी के रूप में, आप जानते हैं कि जब आप कठिन तरीके से जीतते हैं, तो आप सम्मान का आदेश देते हैं. भारतीय टीम ने (21 वीं) शताब्दी के बाद से ऑस्ट्रेलिया में शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन तब उनके पास तेज गेंदबाजी में गहराई नहीं थी. इसलिए यह वाली भारतीय टीम ने सम्मान कमाया है.''
रवि शास्त्री के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर जमकर उनकी आलोचना और ट्रोलिंग हो रही है.
बता दें कि इससे पहले मेलबर्न टेस्ट जीतने पर अजिंक्य रहाणे की तारीफ करते हुए कोच रवि शास्त्री ने अजिंक्य रहाणे को 'चालाक' कप्तान बताते हुए कहा था कि उनका शांत स्वभाव विराट कोहली से बिल्कुल उलट है, जो हमेशा जोश और जुनून से भरे रहते हैं. शास्त्री ने मेलबर्न में मिली 8 विकेट की जीत के बाद कहा था, ''वह काफी चालाक कप्तान हैं और खेल को बखूबी पढ़ते हैं. उनके शांत स्वभाव से नए खिलाड़ियों और गेंदबाजों को मदद मिलती है. उमेश के नहीं होने के बावजूद वह परेशान नहीं हुए.''
उन्होंने आगे कहा, ''रहाणे जब बल्लेबाजी के लिए उतरे तो हमारे दो विकेट 60 रन पर गिर चुके थे. इसके बाद उन्होंने छह घंटे तक बल्लेबाजी की. यह आसान नहीं था. उन्होंने अद्भुत धैर्य दिखाया. उनकी यह पारी मैच का टर्निंग प्वॉइंट थी.''
0 Comments