कर्नाटकः नियमों को ताक पर रखकर मंत्री ने घर पर लगवाई वैक्सीन, स्वास्थ्य कर्मियों पर गिरी गाज, देखें क्या है मामला बता दें कि मंदिर अपवित्र करने की घटनाओं के बाद पुलिस पर लगातार आरोपियों को पकड़ने का दबाव बढ़ रहा था। देवस्थान के पास सीसीटीवी कैमरे न होने की वजह से पुलिस को इन घटनाओं की तारीख भी ठीक से पता नहीं चल पा रही थी। इसी पर रोष जताते हुए कोरगज्जा के हजारों भक्तों ने आरोपियों को पकड़ने में भगवान से प्रार्थना की थी और एक मार्च भी निकाला था।


मंगलुरु के पुलिस कमिश्नर एन शशि कुमार ने बताया कि दोनों आरोपियों ने किसी अज्ञात शक्ति के डर से पुजारी के पास जाकर अपना गुनाह कबूला। उन्होंने बताया कि मंदिर को अपवित्र करने में शामिल रहे रहीम और तौफीक के एक साथी नवाज की करीब डेढ़ महीने पहले तबियत खराब हो गई थी। वह दुबई से लौटने के बाद कथित तौर पर काला जादू जैसे कामों से जुड़ गया था। रहीम और तौफीक के मुताबिक, नवाज ने कोरगज्जा की ताकत को चुनौती दी और दोनों को साथ लेकर दानपेटी में कंडोम और ईशनिंदा से जुड़ी किताबें डाल दीं। इतना ही नहीं नवाज ने वहां खुले में शौच भी की।

पुलिस ने आरोपियों के हवाले से बताया कि इस घटना को अंजाम देने के कुछ ही दिनों बाद नवाज की तबियत बिगड़ने लगी। इसके बाद उसने रहीम और तौफीक से कोरगज्जा देवस्थान जाकर अपना गुनाह कबूलने के लिए कहा। कुछ ही दिनों में नवाज की मौत हो गई, जिससे दोनों आरोपियों में डर बैठ गया और वे येम्मेकेर में कोरगज्जा देवस्थान के पुजारी से मिले। दोनों ने बुधवार रात को अपना गुनाह कबूला, जिसके बाद मंदिर प्रशासन ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। मंगलुरु साउथ पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है।

कमिश्नर शशि कुमार ने कहा कि देवस्थान में गलत काम करने का कबूलनामा उनके पास है। पुलिस अब गिरफ्तार हुए आरोपियों के खिलाफ सबूत जुटाने में लगी है। दोनों युवकों पर आईपीसी की धारा 153(ए) के तहत केस दर्ज किया गया है।