समुद्र के अंदर कोरोना का इलाज, रिलायंस ने खोज निकाला महामारी रोकने का फार्मूला



नई दिल्ली: कोरोना वायरस से बचाने वाली कोई भी दवाई फिलहाल किसी देश को नहीं मिली है लेकिन एक ऐसी खोज हुई है जिससे कोरोना को फैलने से रोकने में मदद मिल सकती है। यह चमत्कारी चीज समुद्र के अंदर मिली है। एक शोध में दावा किया जा रहा है कि समुद्र में पाई जाने वाली लाल काई (Marine red algae) से कोरोना वायरस के इलाज का दावा काम करेगी।


समुद्र की लाल काई कोरोना को फैलने से रोकेगी


जहां एक ओर दुनिया के कई बड़े वैज्ञानिक कोरोना के इलाज और वैक्सीन की खोज में जुटे हुए हैं, वहीं भारत की रिलायंस कम्पनी द्वारा किये जा रहे एक शोध में कोरोना का इलाज मिलने की बात सामने आई है। रिलायंस का दावा है कि समुद्र में पाई जाने वाली लाल काई की मदद से कोरोना को फैलने से रोका जा सकता है।


 




रिलायंस कम्पनी कोरोना के इलाज के लिए कर रही शोध


दरअसल, देश की अग्रणी कारोबारी कंपनी रिलायंस ने कोरोना वायरस के इलाज को लेकर शोध किया गया। इस शोध को विनोद नागले, महादेव गायकवाड़, योगेश पवार और शांतनु दासगुप्ता ने किया है। ये सभी वैज्ञानिक और रिसर्चर रिलायंस के रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर में काम करते हैं।


 




रिलायंस के शोध में खुलासा


इस दौरान पाया गया कि लाल काई से जो जैव रसायन निकलेगा उसकी मदद से कोटिंग पाउडर तैयार किया जा सकता है। इस पॉउडर का का इस्तेमाल अगर सैनिटरी आइटम्स पर किया जाए तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता है।बता दें कि सैनिटरी आइटम्स में सिंक, टॉइलेट, टंकी जैसी वो तमाम चीजें आती है जिसका हम रोजाना इस्तेमाल करते हैं।


 




गौरतलब है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया और चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए बीते दिनों रिलायंस लाइफ साइंस भारत में इस महामारी से जुड़ी जांच और शोध को आगे बढ़ाने में मदद करने का एलान किया था।


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