निजामुद्दीन मरकज: तबलीगी जमात के साथ आया अमेरिका, कहा अल्पसंखयकों को टारगेट न करे

पूरी दुनिया में कोरोना वायरस अपना कहर ढहा रहा है। अब तक कोरोना वायरस की चपेट में लाखों लोग आ गए है जिसमें 40 हजार से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में भी कोरोना वायरस का असर अब देखने को मिल रहा है रिपोर्ट के मुताबिक अब तक भारत में 2300 लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके है जिसमें 56 लोगों की मौत हो चुकी है।




आजतक की खबर के अनुसार तब्लीगी जमात के धार्मिक सम्मेलन का मामला सामने आने के बाद से पूरे देश का माहौल बदल गया है। इस मामले को एक अलग ही एंगल से देखा जा रहा है। कोरोना वायरस से लड़ाई में अब धार्मिक मुद्दा भी शामिल हो गया है। इस मामले ने सोशल मीडिया में भी हैशटेग की बाढ़ ला दी है। तबलीगी जमात का मामला सामने आने के बाद से ट्विटर पर #CoronaJihad #NizamuddinMarkaz और #TablighiJamat जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं।


अमेरिका ने इन हैशटेग को लेकर कड़ी आपत्ति जताई है और कहा है कि ऐसा लगता है कोरोना वायरस मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा ही फैलाया गया है। इस तरह का मामला बहुत ही शर्मनाक है। आपको बता दें अमेरिका के विशेष राजदूत सैमुअल ब्राउनबैक ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि, अमेरिकी प्रशासन ने पिछले कुछ दिनों में कई ऐसे मामले देखे हैं जिसमें इस बीमारी के लिए भारत में अल्पसंख्य’क समुदाय को आरोपित किया जा रहा है।




भारत में अल्पसंख्यक समुदाय को लेकर ब्राउनबैक ने कहा कि इस तरह के हैशटेग से ऐसा मालूम पड़ता है जैसे कि कोरोना वायरस मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा ही फैलाया गया हो। इस तरह का दुष्प्रचार कई इलाकों में किया जा रहा है जो काफी निंदनीय है. सरकार को इस पर रोक लगानी चाहिए।




उन्होंने कहा, भारत सरकार इस मामले में स्पष्ट करे की जमात के लोग कोरोना के श्रोत नहीं हैं। हम जानते हैं कि यह एक महामारी है जिससे पूरा विश्व जूझ रहा है। इसका धार्मिक अल्पसंख्यकों से कोई लेना देना नहीं है। साथ ही उन्होंने भारत की मीडिया को इसका जिम्मेदार माना है उन्होंने कहा की भारतीय मीडिया इस मामले को लोगों सामने सही तरीके से पेश करे।


गौरतलब है कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन मरकज में 1 से 15 मार्च के बीच तबलीगी जमात के लोग हिस्सा लेने पहुंचे थे। इसमें देश विदेश के लोग भी शामिल हुए थे। इस कार्यक्रम में 2000 के करीब लोगों के हिस्सा लेने की बात कही गई है।


Post a Comment

0 Comments