Coronavirus Lockdown: भारत में महज आठ लोगों की नासमझी से कोरोना संकट बना विकराल! आखिर कैसे, जानिए
वैसे तो कोरोना संकट से पूरी दुनिया जूझ रही है लेकिन यूरोपीय देशों के मुकाबले अभी भारत में इसके संक्रमण के फैलने की रफ्तार अपेक्षाकृत काफी कम है. भारत इस पर और प्रभावी लगाम कस सकता था. लेकिन देखा जाय तो महज आठ लोगों की लापरवाही ने देश में कोरोना संक्रमण को इतना ज्यादा विस्तार दे दिया. 14 मार्च यानी आज लॉकडाउन को 21 दिन पूरे हो रहे हैं. देश में कोरोना से संक्रिमत मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है.
ये सारे संक्रमण सामाजिक दूरी नहीं रखने के कारण फैला है, इसीलिए सरकार, चिकित्सा विशेषज्ञ आदि सामाजिक दूरी का सख्ती से पालन करने पर जोर दे रही है. इन आठ जगहों पर लापरवाही ने कोरोना संक्रमण को देशव्यापी रूप दे दिया।
नोएडा: नोएडा की सीजफायर कंपनी में कोरोना का पहला मरीज सामने आने के बाद भी कंपनी को बंद नहीं किया. नतीजा ये हुआ कि बाद में कंपनी के 13 अन्य कर्मचारियों और उनके 11 परिवार के सदस्यों में कोरोना पॉजिटिव मिला.
मेरठ: महाराष्ट्र के अमरावती से मेरठ में शादी में शामिल होने पहुंचे एक शख्स ने 16 लोगों को संक्रिमत कर दिया. शादी के दौरान यह शख्स जितने भी लोगों से मिला उनमें से ज्यादातर लोग संक्रमित हो गए. यह शख्स बुलंदशहर का रहने वाला था लेकिन यहीं रह गया जिसके कारण और ज्यादा लोग संक्रमित हुए.
राजस्थान: राजस्थान के जयपुर के रामगंज में एक व्यक्ति ओमान से लौटा था. ओमान से लौटने के बाद वह सभी लोगों से मिलता-जुलता रहा. उसमें कोरोना पॉजिटिव पाया गया. उस व्यक्ति ने 126 अन्य लोगों को भी कोरोना संक्रमित कर दिया. भीलवाड़ा में एक डॉक्टर से 16 लोग संक्रमित हो गए.
बिहार: मस्कट से लौटा एक शख्स लोगों से मिलता रहा. बाद में जब वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया तो पता चला कि उसने 23 अन्य लोगों को भी रोग की सौगात दे दी है. इसी तरह कतर से लौटे एक ट्रक ड्राइवर ने मुंगेर में 13 लोगों को संक्र मित कर दिया.
मध्य प्रदेश: मध्यप्रदेश के स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव खुद कोरोना पॉजिटिव थीं, जिसकी पुष्टि जब तक हुई तब तक उनके संपर्क में आने वाले 32 लोग कोरोना वायरस से संक्र मित हो चुके थे. उन्होंने संक्रमित बेटे को विदेश से वापस बुलाने की बात छुपाई और लगातार बैठकों में हिस्सा लेती रहीं.
पंजाब: संक्रमित देश जर्मनी से इटली होते हुए पंजाब लौटे 70 साल के एक संत पंजाब लौटने के बाद अलग-अलग धार्मिक सम्मेलनों में भाग लेते रहे, जिसके कारण उनके संपर्क में काफी संख्या में लोग आ गए. 18 मार्च को कोरोना से संक्रिमत होने के कारण उनकी मौत हो गई. प्रशासन ने उनके संपर्क में रहने वाले 40 हजार लोगों को क्वारेंटाइन किया.
मुंबई: मुंबई में 65 साल की एक महिला कॉरपोरेट कार्यालय में टिफिन की सप्लाई करने के लिए आई थी. कुछ दिन बाद वह कोरोना पॉजिटिव निकलीं. ये महिला जितने भी लोगों को टिफिन देती थीं उन सभी को क्वारेंटाइन में भेज दिया गया है.
दिल्ली: निजामुद्दीन इलाके में तबलीगी जमात से जुड़े हजारों लोगों ने 13 से 15 मार्च के बीच एक कार्यक्र म किया, जिसमें काफी संख्या में विदेशी नागरिकों को बुलाया गया. कार्यक्रम खत्म होने के बाद ये लोग अलग-अलग राज्यों में चले गए. इनमें से काफी संख्या में जमाती कोरोना पॉजिटिव थे, जिनके कारण करीब 1650 लोग संक्रिमत हो गए.
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