नई दिल्ली: हर खिलाड़ी की कोशिश होती है कि वो अच्छा प्रदर्शन करे, जिससे वो अपनी टीम को जीत हासिल कराने में पूरा सहयोग करे. साथ ही हर खिलाड़ी का ये भी ख्वाह होता है कि वो वर्ल्ड कप खेले और चैंपियन बने. अंतराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए कोई भी खिलाड़ी स्टार बन जाता है. लेकिन टीम इंडिया का एक ऐसा गेंदबाज भी है जिसे वर्ल्ड कप में लाजवाब प्रदर्शन के बावजूद हीरो नहीं बल्कि विलेन का तमगा मिला. जी हां, हम बात कर रहे हैं इंडियन क्रिकेट टीम के पूर्व खिलााड़ी और तेज गेंदबाज चेतन शर्मा (Chetan Sharma) की. जिनके नाम आईसीसी वर्ल्ड कप की पहली हैट्रिक लेने का रिकॉर्ड दर्ज है. तो फिर ऐसा क्या हुआ कि ये तेज गेंदबाज हैट्रिक लेने के बाद भी लोगों की नजरों में विलेन बन गया.
चेतन शर्मा ने साल 1987 में हुए वर्ल्ड कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ हैट्रिक बनाई थी. उन्होंने कीवी टीम के खिलाफ गेंदबाज़ी करते हुए केन रदरफोर्ड, इयान स्मिथ और इवान चैटफील्ड को लगातार एक के बाद एक तीन गेंदों में बोल्ड कर दिया था और ऐसा करने वाले वो दुनिया के पहले गेंदबाज़ बने थे, साथ ही वो पहले ऐसे गेंदबाज़ भी रहे जिन्होंने हैट्रिक में तीनों बल्लेबाज़ों का विकेट उन्हें बोल्ड करके लिया था. लेकिन बावजूद इसके आज जब भी उनका नाम लिया जाता है तो उन्हें विलेन के नाम से ही पुकारा जाता है.
चेतन शर्मा ने महज़ 18 साल की उम्र में अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में अपना डेब्यू कर लिया था जिसमें उन्होंने टीम इंडिया को जीत भी दिलाई. वो साल था 1986 जब चेतन को इंग्लैंड में मिली जीत का हीरो माना जा रहा था. चेतन ऐसे तेज गेंदबाज़ रहे जिन्होंने एजबेस्टन (Edgbaston) टेस्ट मैच में 10 विकेट लिए थे और भारत को एक बड़ी जीत दिलवाने में कामयाब रहे. लेकिन फिर ऐसा कुछ हुआ कि चेतन हीरो से अचानक विलेन बन गए. आखिर ऐसा क्या हुआ?
दरअसल 18 अप्रैल सन 1986 को भारत और पाकिस्तान के बीच शारजाह में ऑस्ट्रेलेशिया कप का फाइनल चल रहा था. टीम इंडिया ने पहले बैटिंग करते हुए सात विकेट पर 245 रन बनाए थे. जिसके बाद पाकिस्तान की पारी शुरु हुई और पाकिस्तानी टीम ने 49.5 ओवर में 242 रन जुटा लिए थे. जीत हासिल करने के लिए पाकिस्तान को लास्ट बॉल पर चार रनों की जरूरत थी. उस ओवर में टीम इंडिया को चेतन शर्मा से उम्मीदें थी और दूसरी तरफ पाकिस्तानी टीम को उम्मीदें थी जावेद मियांदाद (Javed Miandad) से क्योंकि जावेद उस वक्त 110 रन पर खेल रहे थे.
फिर क्या था आखिरी बॉल और 4 रन, जावेद ने चेतन शर्मा की आखिरी बॉल पर जोरदार छक्का लगा दिया और भारत जीती हुई बाज़ी हार गया. उस मैच में पाकिस्तान को तो जीत हासिल हुए लेकिन चेतन शर्मा को जिन्दगी भर के लिए ना धुलने वाला दाग मिला. इसके अलावा हीरो से विलेन बनें चेतन ने वनडे क्रिकेट में एक शतक लगाया था और ऐसा करने वाले वो कुछ चुनिंदा खिलाड़ियों में से एक थे. इतना ही नहीं वो लगभग 5 सालों तक के सफल जोड़ीदार भी रहे.
0 Comments