शरीर में नहीं लगता है खाया पिया तो बस खा लों साबूदाना, फिर देखें कमाल

सफेद मोतियों की तरह दिखने वाला एक छोटे आकार का साबूदाना मुख्य रूप से उपवास में खाया जाता है। इसे खाने से शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलेगी। इसे कई तरह से बनाया गया था। साबूदाना को मीठा, नमकीन, खिचड़ी आदि खाने के लिए पसंद किया जाता है। कई प्रांतों में इसके सिमुलेटर और सूप भी बनाए जाते हैं। इसका रस खाना पकाने में ग्रेवी को गाढ़ा करने के लिए भी उपयोग किया जाता है। आज हम आपको इसके फायदे बताने जा रहे हैं। खाना हल्का और स्वादिष्ट होता है। इससे शरीर को भी लाभ होता है। यह शरीर की गर्मी को खत्म करता है और रक्तचाप को नियंत्रित करता है। तो आइए जानते हैं इसके कई फायदे।


 




 1. साबूदाने में भरपूर मात्रा में कैल्शियम, आयरन और विटामिन-के होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने और आपको आवश्यक लचीलापन देने में मदद करता है।


 2. उपवास के दौरान, शरीर की गर्मी अक्सर होती है। ऐसे में साबूदाना-खिचड़ी खाने से गर्मी दूर होती है और साथ ही शरीर को तरोताजा भी रखता है। इसके अलावा, चावल के साथ साबूदाना का संयोजन शरीर की गर्मी और ठंड को कम करने में मदद करता है।


 3. साबूदाना आहार में आसान है और यह पेट की कई समस्याओं को दूर करता है। साबूदाना खाने से पेट की पाचन शक्ति ठीक होती है, जिससे गैस और अपच जैसी समस्याएं दूर होती हैं।


 




 4. अगर आप भी वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो साबूदाना आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। इसमें अच्छी वसा और कैलोरी होती है, जो पेट की चर्बी के बिना वजन बढ़ाने में आपकी मदद करती है।


ये भी पढ़ेंमोदी सरकार ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि लोन लेने वाले अगले 12 महीनों तक नो डिफॉल्ट रहेंगे। आर्थिक पैकेज के आखिरी ऐलान में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह बात कही है। उन्होंने कहा है कि कोरोना संकट की वजह से MSME सेक्टर संकट में है और पिछले दो महीने से सभी तरह के काम-धंधे बंद हैं। इस वजह से लघु और मध्यम उद्योग को बैंकों से लिए कर्जों को देने में परेशानी हो रही है।


वित्त मंत्री ने यह भी कहा कि सरकार MSMEs को राहत देते हुए दिवालियापन कानून के नियमों में बदलाव करने जा रही है। दिवालियापन कानून की प्रक्रिया शुरू करने की सीमा 1 लाख से बढ़ाकर एक करोड़ रुपये कर दी गई है।


उन्होंने कहा कि IBC के सेक्‍शन 240A के तहत स्‍पेशल फ्रेमवर्क बनाया जाएगा। एक साल तक दिवालियापन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकेगी, जिससे कोरोना वायरस की वजह से हुए कर्ज डिफॉल्‍ट कैटेगरी में नहीं डाले जाएंगे। इससे MSME को बड़ी राहत मिलेगी।


वित्तमंत्री ने आर्थिक पैकेज की 5वीं किस्त का ऐलान करते हुए कहा कि एक साल तक के लिए दिवालिया प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई है। कंपनी एक्ट में बदलाव किए गए हैं। उन्होंने बताया कि फिलहाल CSR, बोर्ड रिपोर्ट की कमी, फाइलिंग में चूक को अपराध की श्रेणी से हटा दिया है।


Post a Comment

0 Comments