ये है क्रिकेट जगत का सबसे ईमानदार खिलाड़ी, अम्पायर के आउट दिए बिना 12 बार छोड़ चुका है मैदान

ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी एडम गिलक्रिस्ट का जन्म आज ही के दिन 14, नवम्बर 1971 को बेल्लीन्गेन, न्यू साउथ वेल्स में हुआ था। एडम गिलक्रिस्ट ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज के तौर पर खेला करते थे और विश्व क्रिकेट में उनका एक बहुत ही बड़ा योगदान रहा हैं। जी हां तो चलिए आज हम आपको उनके जीवन की कुछ खास बातें से रूबरू करवाने जा रहे है। 

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू में 0 पर आउट 

गिलक्रिस्ट ने अपना डेब्यू भारत में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1996 में किया था। टाइटंस कप में खेले गए अपने पहले मैच में गिलक्रिस्ट कुछ खास नहीं कर पाए थे और सिर्फ 18 रन बनाकर आउट हो गए थे।

छक्कों का शतक पूरा करने वाले पहले टेस्ट क्रिकेटर 

छक्कों की बात की जाए, टेस्ट क्रिकेट में सबसे पहले छक्कों का शतक जमाने का अनोखा रिकॉर्ड क्रिस गेल जैसे धुरंधर के नाम नहीं, इसी गिलक्रिस्ट के नाम है. उनका अलावा एकमात्र क्रिकटर ब्रेंडन मैक्कुलम रहे, जिन्होंने टेस्ट करियर में सर्वाधिक 107 छक्के जड़े. गेल तो छक्कों का शतक (98 छक्के) भी नहीं पूरा कर पाए हैं।

क्रिकेट जगत में गिलक्रिस्ट को माना जाता है सबसे ईमानदार क्रिकेटर 

साल 2003 के विश्व कप के सेमीफाइनल मुकाबले में श्रीलंकाई गेंदबाजों ने गिलक्रिस्ट के खिलाफ जोरदार अपील की थी लेकिन अंपायर ने गिलक्रिस्ट को नॉट आउट करार दे दिया। इसके बावजूद गिलक्रिस्ट पवेलियन की तरफ लौट गए।  विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट के करियर में ऐसी घटना कुल 12 बार हुई है। मतलब अपने करियर में 12 बार खुद आउट मांग कर पवेलियन गए थे। गिलक्रिस्ट की इस ईमानदारी ने सबको उनका मुरीद बना दिया था।  उनकी यही बात  दर्शाती है कि वह कितने ईमानदार खिलाड़ी थे।

यूं रहा गिलक्रिस्ट का क्रिकेट करियर

गिली ने 1996 में वनडे में कदम रखा। कुल 287 वनडे में 9619 रन बनाए। वनडे में 16 शतक तथा 55 अर्धशतक इनके नाम दर्ज है। सर्वाधिक स्कोर 172 है। टेस्ट में 1999 में प्रवेश किया। 96 टेस्ट खेलते हुए 5570 रन बनाए। जिसमें 17 शतक और 26 अर्धशतक शामिल हैं। सर्वाधिक स्कोर 204 रन है।

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