सूर्य देव करेंगे हाथी पर बैठकर मिथुन राशि में प्रवेश, बनेगा त्रिग्रही योग



सूर्य देव करेंगे हाथी पर बैठकर मिथुन राशि में प्रवेश, बनेगा त्रिग्रही योग
— मिथुन संक्रांति 14 जून को, मध्यरात्रि में सूर्यदेव करेंगे मिथुन राशि में प्रवेश

जयपुर। आषाढ़ कृष्ण नवमी पर 14 जून को मध्यरात्रि 11 बजकर 53 मिनट पर सूर्यदेव (Sun god) हाथी पर सवार होकर मिथुन राशि (Gemini) में प्रवेश (enter) करेंगे। इसके साथ ही मिथुन राशि में त्रिग्रही योग भी बनेगा। मिथुन राशि में बुध और राहु पहले से ही विराजमान है, सूर्य के आने से त्रिग्रही योग बनेगा।

ज्योतिषाचार्य डॉ. रवि शर्मा ने बताया कि मध्यरात्रि में हाथी पर बैठकर लाल रंग के वस्त्र पहनकर दूध का भक्षण करते हुए प्रौढ़ावस्था में मिथुन संक्रान्ति होगी। पशु जाति, वाहन हाथी, उपवाहन गधा, गोरोचन का लेप, लाल रंग के वस्त्र, बिल्व पुष्प की माला, धनुष हाथ में लेकर लोहे के पात्र में दूध का भक्षण करती हुई मिथुन संक्रांति हाथी पर बैठकर अपनी प्रौढ़ावस्था में रात्रि के द्वितीय प्रहर में प्रवेश कर रही है। इस संक्रान्ति का पुण्यकाल 15 जून दोपहर 12 बजकर 39 मिनट से शाम 7 बजकर 17 मिनट तक रहेगा। इसदौरान मिथुन संक्रांति का दान—पुण्य और स्नान किया जाएगा।

ज्योतिषाचार्य शालिनी सालेचा ने बताया कि आषाढ या मिथुन संक्रांति 14 जून को मध्यरात्रि में मिथुन लग्न में प्रवेश करेगी। इसके साथ ही मिथुन राशि में 14 जून से 16 जुलाई तक त्रिग्रही योग और बुध आदित्य योग भी बनेगा। वहीं गुरु और शनि का मकर राशि में योग रहेगा, उधर सूर्य, बुध और राहु का मिथुन राशि में त्रिग्रही योग बनेगा। जिसके कारण अशांति का वातावरण, राजनीति में उठापटक देखने को मिलेगी। धान्य के भाव में तेजी रहेगी।

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