8 पुलिसवालों की मौत के गुनहगार गैंगेस्टर पति की जिंदगी बचाने पत्नी ने बनाया था चक्रव्यूह


लखनऊ(Uttar Pradesh).  उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले के बिकरु गांव में 8 पुलिसवालों की हत्या करने वाला गैंगस्टर विकास दुबे चौथे दिन भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है। पुलिस की 100 टीमें उसकी तलाश में लगाई गई हैं। पुलिस जांच में पता चला है कि विकास की पत्नी ऋचा ही पति की जिंदगी बचाने के लिए पूरा चक्रव्यूह बनाती थी। उसका मोबाइल उनके गांव के घर में लगे सीसीटीवी कैमरों से कनेक्ट रहता था। जब भी पुलिस विकास को पकड़ती थी, वह इसकी क्लिप वायरल कर देती थी, ताकि पुलिस उसका एनकाउंटर न कर सके। यही नहीं, वह मोबाइल पर वहां की एक्टिविटी भी देखा करती थी। पुलिस ने ऋचा का मोबाइल जब्त कर लिया है। 

8 पुलिसकर्मियों की मौत के गुनहगार विकास दुबे की कुंडली खंगाल रही पुलिस टीम की जांच में सामने आया है कि विकास की पत्नी ऋचा को पति के हर अच्छे-बुरे कामों की जानकारी रहती थी। यही वजह है कि वह क्षेत्र की जिला पंचायत सदस्य होने के बावजूद लखनऊ में बच्चों के साथ रहती थी। वह नहीं चाहती थी कि विकास के गलत कामों का नतीजा उसके बच्चे या वह खुद भुगते। पुलिस जांच में सामने आया है कि ऋचा 2 बार पति की गिरफ्तारी की फोटो और वीडियो वायरल कर चुकी है। 

दो बार ऐसे पति को बचाने के लिए बनाया प्लान 
पहला मामला 2017 का है, जब पुलिस ने विकास को बिकरु गांव में घर से गिरफ्तार किया था। दूसरा मामला 2019 का है। जब उसने जेल से ही चचेरे भाई अनुराग दुबे पर हमला करवाया था। इसके बाद वह जेल से छूट कर आया तो पुलिस उससे एक अन्य मामले में पूछताछ करने पहुंची थी। विकास ने सीसीटीवी भी इसी मकसद से लगवाया था कि गिरफ्तार होने पर उसके पास सबूत रहें और पुलिस उसका एनकाउंटर न कर सके। 

अपने अपराधों का इतिहास सहेज कर रखने का है शौक 
विकास को खुद से जुड़ी खबरों की पेपर कटिंग जमा करने का भी शौक था। बिकरु गांव में स्थित घर के ध्वस्तीकरण के समय एक ऐसी ही फाइल सामने आई जिसमें विकास की 1991 के बाद से अखबारों में प्रकाशित खबरों की कटिंग सुरक्षित रखी थीं। इनमें बड़ी आपराधिक घटनाओं में उसके शामिल होने की खबरों की कटिंग भी मिली हैं। बताया जा रहा है कि विकास खुद को जिले का सबसे बड़ा डॉन मानता था।

विकास के करीबियों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी 
विकास का करीबी होने के शक में पुलिस ने सीतापुर से बसपा नेता अनुपम दुबे समेत 13 लोगों को हिरासत में लिया था। पुलिस ने इन लोगों से 10 घंटे तक पूछताछ की। जांच में पुलिस को कोई ठोस सबूत नहीं मिले। जिन लोगों को हिरासत में लिया गया था, उनके सभी असलहे वैध पाए गए। वाहन चेकिंग के दौरान सीतापुर-हरदोई बॉर्डर से पुलिस ने बसपा नेता को हिरासत ले लिया था। दो लग्जरी गाड़ियों में सवार 13 लोगों के पास से 9 असलहे और बड़ी मात्रा में कारतूस बरामद हुए थे। अब सभी को पूछताछ के बाद छोड़ दिया है।

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